🔳सरकार से छह करोड़ रुपये का बजट मिलने के बावजूद आज तक शुरु नहीं हो सके कार्य
🔳विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर खड़े होने लगे हैं सवाल
🔳अफसरों की लापरवाही का खामियाजा भुगतने को मजबूर हुए कास्तकार
🔳भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ने भी जताई नाराजगी
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
सरकार से बजट मिलने के बावजूद बेतालघाट ब्लॉक की सिंचाई नहरें बदहाल है। महत्वपूर्ण सिंचाई नहरों की मरम्मत के लिए राज्य सरकार ने छह करोड़ रुपये का भारी भरकम बजट अवमुक्त भी कर दिया है बावजूद आज तक नहरों की मरम्मत का कार्य शुरु नहीं हो सका है। बजट के बावजूद कार्य न होने से किसान मायूस हैं। अफसरों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।
बेतालघाट ब्लॉक की करीब 11 महत्वपूर्ण सिंचाई नहरें तीन वर्ष पूर्व आपदा की भेंट चढ़ गई। सिंचाई नहरों के ध्वस्त हो जाने से किसानों को भी भारी नुक्सान उठाना पड़ा। लगातार मांग उठने के बाद राज्य सरकार ने
गांवों में तीन वर्ष से ध्वस्त पड़ी सिंचाई नहरों की मरम्मत को छह करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया। बीते दिनों सिंचाई विभाग ने निविदाएं भी आमंत्रित कर दी। उम्मीद जगी की जल्द कार्य शुरु हो सकेंगे पर फिर टेंडर निरस्त कर दिए गए। सरकार से बजट मिलने के बावजूद सिंचाई नहरों को दुरुस्त किए जाने का कार्य न होने से किसान मायूस हो चुके हैं। पहले ही बारिश न होने से खेतीबाड़ी प्रभावित हो चुकी है और अब सिंचाई नहरों का कार्य न होने से किसानों के ज़ख्मों में नमक छिड़कने का कार्य किया जा रहा है। भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दिलीप सिंह बोहरा ने सिंचाई नहरों का निर्माण शुरु न होने पर गहरी नाराजगी जताई है। साफ कहा है कि बजट उपलब्ध कराए जाने के बावजूद कार्य शुरू न कर किसानों के हितों से खिलवाड़ किया जा रहा है।