🔳 बदलते मौसम व कोरोना की दस्तक से बढ़ाई गई बच्चों की निगरानी
🔳 131 आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ता व सहायिकाओं को दिए गए दिशा-निर्देश
🔳 अभिभावकों को भी जागरुक करने पर दिया गया जोर
🔳 सीडीपीओ बोली – सभी केंद्रों से रोजाना की ली जाएगी रिपोर्ट
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]
बरसाती मौसम नजदीक आने व प्रदेश में कोरोना की दस्तक के साथ ही बाल विकास विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में स्थित सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ता व सहायिकाओं को नौनिहालों का विशेष ध्यान रखने तथा किसी भी प्रकार के संक्रमण पर तत्काल स्वास्थ्य विभाग से संपर्क साधने को निर्देशित किया गया है। सीडीपीओ अनीता सक्सेना के अनुसार विशेष दिशा निर्देशों के साथ ही सभी केंद्रों की मॉनिटरिंग भी की जा रही है।
पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम के बदलते मिजाज से डायरिया समेत अन्य बिमारियों के पैर पसारने का खतरा बढ़ गया है। कभी तापमान कई गुना बढ़ जा रहा तो कभी एकाएक बारिश व ओलावृष्टि से तापमान में गिरावट हो रही है। ऐसे में छोटे छोटे बच्चों के संक्रामक बीमारियों के चपेट में आने का खतरा दोगुना बढ़ जाता है वहीं प्रदेश में एक बार फिर कोरोना की दस्तक से खतरा बना हुआ है। बच्चों को किसी भी संक्रामक बिमारियों से बचाव को बाल विकास विभाग ने भी कदम बढ़ा लिए है। बेतालघाट ब्लॉक के विभिन्न गांवों में स्थित करीब 131 आंगनबाड़ी केंद्रों की निगरानी बढ़ा दी गई है। वहीं केंद्रों में तैनात आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को बच्चों की विशेष देखरेख करने को कहा गया है। किसी भी बच्चे में बुखार, सर्दी, जुकाम समेत अन्य बिमारियों के लक्षण दिखने पर स्वास्थ्य विभाग से संपर्क साधने के साथ ही कार्यालय को भी जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। लापरवाही न बरतने व गंभीरता से कार्य करने के साथ ही नौनिहालों के अभिभावकों को भी जागरुक करने को भी निर्देशित किया गया है। सीडीपीओ अनीता सक्सेना के अनुसार सभी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को विशेष अहतिआत बरतने को कहा गया है। रोजाना की रिपोर्ट भी मांगी गई है।