🔳 पांच दिनों से बूंद बूंद पानी को तरस रहे थे अस्सी परिवार
🔳 चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बामुश्किल हुआ व्यवस्था में सुधार
🔳 मुख्य पेयजल टैंक की सफाई को भी चलाया गया विशेष अभियान
🔳 पेयजल आपूर्ति सुचारु होने पर ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]]
बूंद बूंद पानी को तरस रहे समीपवर्ती टूनाकोट गांव के बाशिंदों ने आखिरकार खुद ही पेयजल लाइन को दुरुस्त करने का जिम्मा उठा लिया। चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बामुश्किल गांव की आपूर्ति सुचारु कर दी गई। ग्रामीणों ने पेयजल टैंक की सफाई को भी अभियान चलाया।
समीपवर्ती ताड़ीखेत ब्लॉक के टूनाकोट गांव में पिछले पांच दिनों से पेयजल आपूर्ति न होने से गांव के अस्सी परिवारों को दूर दराज स्थित प्राकृतिक जल स्रोत से पानी ढोने को मजबूर होना पड़ा। बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे ग्रामीण मवेशियों तक के लिए पानी के इंतजार को परेशान रहे। रविवार को ग्रामीणों ने खुद ही पेयजल लाइन की मरम्मत का बीड़ा उठा लिया। सुबह से ही गांव के लोग पेयजल लाइन की मरम्मत को जुट गए। कई जगह पेयजल लाइन में फंसी मिट्टी व कूड़ा बाहर निकाला गया। बेहतर आपूर्ति को पेयजल टैंक की सफाई को भी विशेष अभियान चलाया। करीब चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बामुश्किल गांव की आपूर्ति सुचारु कर दी गई। पेयजल आपूर्ति सुचारु होने पर गांव के बाशिंदों ने राहत की सांस ली। पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने में श्याम सिंह, विजय सिंह, दीवान सिंह, पूरन सिंह, प्रियांशु, सुनील सिंह, सुनील मेहरा आदि जुटे रहे।