= रेफर हो रहे घायल रास्ते में तोड़ रहे दम
= नेशनल, स्टेट व समीपवर्ती गांवो को जोड़ने वाले मार्गो पर दुर्घटना होने पर घायलों को लाया जाता है सीएचसी गरमपानी
= सुविधाओं के अभाव में घायल होते है रैफर
(((टीम तीखी नजर की रहे रिपोर्ट)))
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल लोगों को बेहतर उपचार के लिए ट्रामा सेंटर स्थापित करने की पुरजोर मांग उठी है। क्षेत्रवासियों ने सीएचसी परिसर के आसपास ट्रामा सेंटर स्थापित किए जाने की मांग उठाई है। क्षेत्रवासियों के अनुसार ट्रामा सेंटर स्थापित होने से दुर्घटनाओं में घायल लोगों को बेहतर उपचार मिल सकेगा साथ ही उनकी जिंदगी भी बचाई जा सकेगी।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर आए दिन दुर्घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे, अल्मोडा़ हल्द्वानी एनएच के साथ ही आसपास के पर्वतीय क्षेत्रों को जाने वाले मोटर मार्गों पर आए दिन दुर्घटना होने पर घायलो को उपचार के लिए सीएचसी गरमपानी लाया जाता है। सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर किया जाता है। कई मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। क्षेत्रवासियों ने अस्पताल परिसर के आस-पास ही ट्रामा सेंटर स्थापित किए जाने की पुरजोर मांग की है। व्यापारी नेता महिपाल सिंह बिष्ट, विरेंद्र बिष्ट, महेंद्र सिंह, पूरन लाल साह, मनोज नैनवाल, भैरव नैनवाल, देवेश कांडपाल, कैलाश कांडपाल, कुबेर सिंह जीना, मदन सुयाल, सुनील मेहरा, फिरोज अहमद, भीम सिंह बिष्ट, पंकज नेगी, पंकज भट्ट, हरीश चंद्र, मदन सिंह हरीश कुमार के अनुसार ट्रामा सेंटर स्थापित होने से दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल मरीजों को बेहतर उपचार मिल सकेगा साथ ही उनकी जिंदगी बचाई जा सकेगी। क्षेत्रवासियों ने शासन प्रशासन से मामले को गंभीरता से लें ट्रामा सेंटर स्थापित किए जाने को लेकर कार्रवाई शुरू किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।