तीखी नजर की स्पेशल रिपोर्ट
पेयजल टैंक में मलबा आने से बाधित हो गई आपूर्ति
कई बार आवाज उठाने के बावजूद विभाग ने ना सुनी तो गांव के युवा आए आगे
गरमपानी डेस्क : पर्वतीय क्षेत्रों में विकास के लाख दावे किए पर धरातल में दावे खोखले साबित हो रहे हैं। उपेक्षा से आहत कहीं ग्रामीण खुद ही मोटर मार्ग को दुरुस्त कर रहे है तो वहीं अब बूंदबूंद पानी को तरस रहे गांवो के लोगों को खुद ही पेयजल टैंक सफाई करने आगे आना पड़ रहा है। गांव के युवाओं ने टैंक में सफाई कर संबंधित विभाग को आईना दिखा दिया।
जी हां बात हो रही है बेतालघाट ब्लॉक के रोपा गांव की। गांव के करीब अस्सी परिवारों को रोपा शेरा पेयजल योजना से आपूर्ति की जाती है। बीते 15 दिनों से भी अधिक समय से घरों में पानी की बूंद तक नहीं टपक रही। पेयजल टैंक में मलबा भर जाने से पेयजल आपूर्ति बाधित हो गई। ऐसे में गुरुवार को गांव के ही करीब दस से ज्यादा युवाओं ने टैंक की सफाई का जिम्मा उठा लिया। 25 हजार लीटर टैंक में सीढ़ी डाल युवा टैंक में उतर गए। कार्य शुरू किया गया। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद काफी मलबा टैंक के अंदर से निकाला गया। बाद में टैंक की सफाई कर उसमें कीटनाशक भी डाला गया। टैंक सफाई अभियान में गांव के रवि, भास्कर, आनंद, रमेश, अंकित, मोहित, दीपक, संजय आदि युवाओं ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की। क्षेत्रवासियों ने जल संस्थान पर उपेक्षा का आरोप लगाया। कहा कि तमाम कर्मचारी होने के बावजूद युवाओं को टैंक सफाई करनी पड़ रही है। लोगों ने विभाग से पेयजल आपूर्ति शुरू कराए जाने की भी मांग उठाई है।