= आठ महिनो से उत्पादन ठप, उपभोक्ताओं को हो रहा नुकसान
= विभाग को भी हो रहा प्रतिदिन नुकसान
= कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद नहीं हो रही सुनवाई
= अवर अभियंता बोले – बजट मिलते ही योजना को दुरुस्त करने का कार्य होगा शुरू

(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

अल्मोडा़ हल्द्वानी हाईवे पर स्थित रामगाढ़ जल विद्युत परियोजना इतिहास बनने की दहलीज पर पहुंच चुकी है। आठ महिने योजना से उत्पादन ठप है। बिजली का उत्पादन ना होने से योजना से से जुड़े चार सौ से अधिक उपभोक्ता भी नुकसान उठा रहे हैं। संबंधित विभाग भी घाटे में है। हालांकि संबंधित विभाग के अवर अभियंता ने जल्द बजट मिलने का दावा किया है।
क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण रामगाढ़ जल विद्युत परियोजना से आसपास के बारगल, कफूल्टा, गरजोली, जोग्याडी़, जजूला समेत कई गांवों के करीब चार सौ से अधिक उपभोक्ता लाभान्वित होते थे पर आपदा से योजना को हुए नुकसान के बाद से उपभोक्ताओं को यूपीसीएल से बिजली की आपूर्ति की जा रही है। उरेडा से दो रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से उपभोक्ताओं से बिल वसूला जाता था पर अब उपभोक्ताओं पर दुगने से ज्यादा का भार पड़ रहा है। योजना से यूपीसीएल को बिजली बेची जाती थी पर उत्पादन ना होने से विभाग का आय का स्रोत भी खत्म हो चुका है। क्षेत्रवासी योजना को दुरुस्त करने की कई बार मांग उठा चुके हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। योजना को संचालित करने वाले उरेडा़ विभाग के अवर अभियंता एसआर गौतम के अनुसार जल्द बजट मिलने की उम्मीद है। बताया कि बजट मिलने के साथ ही योजना को दुरुस्त करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।