= भूधंसाव की जद में आने से सड़क पर पड़ी दरार
= बगैर दीवार निर्माण व बरसाती नाली के ही डामरीकरण किए जाने पर उठे सवाल
= सरकारी धनराशि की बर्बादी पर ग्रामीणों
ने किया आंदोलन का ऐलान

(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

आखिरकार जिसका डर था वही हो गया। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे से तमाम गांवों को जोड़ने वाले लोहाली चमडिया मोटर मार्ग पर कुछ ही दिन पूर्व हुआ डामरीकरण जवाब दे गया। बारिश से भूंधसाव की जद में आई सड़क पर गहरी दरार आ गई। ग्रामीणों ने दीवारों की मरम्मत से पूर्व ही डामरीकरण किए जाने पर नाराजगी जताई है।
हाईवे से तमाम गांवों को जोड़ने वाले लोहाली चमडिया मोटर मार्ग पर लाखों रुपये की लागत से डामरीकरण का कार्य गतिमान है। बीते मंगलवार को हुई बारिश से पूर्व से ही भूंधसाव की जद में आ रहे मोटर मार्ग पर एक बार फिर भूधंसाव हो गया। जिसके चलते मार्ग पर हुआ डामरीकरण भी जवाब दे गया। गहरी दरार होने से दुर्घटना का खतरा भी बढ़ गया है। क्षेत्रवासियों ने पूर्व में ही मोटर मार्ग पर दीवार निर्माण व बरसाती नाली निर्माण के बाद ही डामरीकरण किए जाने की मांग की थी पर बगैर दीवार मरम्मत व नाली निर्माण के ही डामरीकरण कर दिया गया जिससे सड़क पर खतरा बढ़ गया है। स्थानीय लोगों ने एक बार फिर जगह जगह भूधंसाव की जद में आ रहे मोटर मार्ग पर दीवार निर्माण व बरसाती नाली निर्माण के बाद ही डामरीकरण कार्य कराए जाने की पुरजोर मांग की है। चेतावनी दी है की यदि सरकारी धनराशि की बर्बादी की गई तो फिर गांव के लोगो को साथ लेकर आंदोलन शुरू किया जाएगा।