= सुबह चार बजे से उमड़ा आस्था का सैलाब
= पुलिस प्रशासन व कारसेवक व्यवस्था बनाने में जुटे रहे
= शाम तक पहुंचे करीब दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु

(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

उत्तराखण्ड को देवभूमि यूं ही नहीं कहा जाता है। यहां आकर देश ही नहीं विदेश के लोगों को जीने का रास्ता मिला तो देव भूमि के चमत्कार ने कई लोगों ने दुनियां में नाम भी हांसिल किया है। हालांकि यहां के तीज त्यौहार परम्पराएं और संस्कृति पहाड़ की रीति रिवाज दिखाती है तो किस्मत बदलने वाले बाबा की तो बात ही निराली है। यही कारण है कि बाबा नीब करौली के दर पर मत्था टेकने के लिये देश विदेश के लोग कैंची धाम पहुंचते है।
बुधवार को कैंची धाम में उमडा़ आस्था का सैलाब श्रद्धालुओं की बाबा के प्रति आस्था व्यक्त कर रही है।
बुधवार को अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित सुप्रसिद्ध कैंची धाम मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ा। सुबह चार बजे से ही बाबा के जयकारों के साथ बाबा भक्तो ने कतारबद्ध होकर मंदिर परिसर में प्रवेश किया। मालपुए का प्रसाद ले बाबा के जयकारों के साथ पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा। पुलिस प्रशासन भी सुबह से ही मुस्तैद दिखा। वही मंदिर समिति के कार सेवक जगह-जगह पर व्यवस्था बनाने में जुटे रहे।। बाबा के दर पर मत्था टेकने वालों की मंदिर के दोनों और करीब दो किलोमीटर लंबी कतार लगी रही। एक-एक कर सभी श्रद्धालुओं ने जयकारों के साथ मंदिर परिसर में प्रवेश किया। मंदिर के प्रवेश द्वार के ठीक सामने कंट्रोल रूम से सभी गतिविधियों पर निगरानी रखी गई। शाम तक करीब दो लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओं के कैंची धाम में पहुंचने की उम्मीद है। हाईवे पर लगी दुकानों में श्रद्धालु खरीदारी करते रहे। देश विदेश से भक्तों का रैला उमड़ा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट मय टीम मुस्तैदी से मंदिर के प्रवेशद्वार पर व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटे रहे।

श्रद्धालुओं के लिए रहे विशेष इंतजाम

गौरतलब है कि हर साल 15 जून को कैंची धाम का स्थापना दिवस मनाया जाता है। इस बार दो सालों बाद मनाए जा रहे इस मेले में आस्था का सैलाब उमड़ा है तो कोई भूखा ना जाए इसके लिये तीन दिन पहले से ही मालपूए का प्रसाद भी लाखों भक्तों के लिये तैयार किया गया है। बाबा का इसे चमत्कार ही कहेंगे कि इस बार दिन तक ही 1 लाख 50 हजार से ज्यादा भक्त कैंची धाम के दर्शन कर लिये। इस बार 2 लाख से ज्यादा भक्तों यहां पहुंचने का आंकलन हैं। 2019 में 1 लाख 50 हजार से ज्यादा भक्त यहां पहुंचे थे। श्रद्धालुओं की संख्या देख मंन्दिर प्रशासन ने व्यवस्था चाक चौबंद कर रखी है तो पुलिस ने भी भक्तों की सुविधा के लिये विशेष इंतेजाम किये है। साल दर साल बढती भीड़ को मंन्दिर प्रबंधन बाबा की आस्था बता रहे है।

चमत्कार को है नमस्कार

चमत्कार को नमस्कार कौन नहीं करता। ऐसा ही कैंची में भी आज देखने को मिला है। इसे बाबा का चमत्कार ही कहेंगे कि इस मंन्दिर से ना सिर्फ एप्पल के संस्थापक स्टीव जाँब को शोहरत मिली बल्कि फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग को भी इसी स्थान से प्रेरणा मिली और दुनियां में कामयाबी मिली है।