= लगातार बढ़ रहा घुटनों में दर्द
= विशेषज्ञ चिकित्सकों के अभाव में नहीं मिल रहा उपचार

(((सुनील मेहरा/पंकज भट्ट/अंकित सुयाल)))

पहाड़ों में हाड़तोड़ मेहनत करने वाली महिलाएं जोड़ों व घुटनों के दर्द से परेशान है। आसपास से रोजाना कई महिलाएं संबंधित रोग का इलाज कराने पहुंच रही है। चिकित्सकों के अनुसार कैल्शियम की कमी व खान-पान का ध्यान रखना बीमारी को बढ़ावा दे रहा है।
चौसली,जौरासी, सुयालखेत, बसगांव, कमोली, काकडीघाट, छिमी,ढोकाने, बेड़गांव, कमोली समेत करीब पचास से ज्यादा गांवों के लोग सुयालबाडी़ तथा गरमपानी अस्पताल पर निर्भर है। जंगल से लकड़ी लाना, दूरदराज से पानी ढोने समेत हाड़तोड़ मेहनत करने वाली पहाड़ की महिलाओं को अब घुटने, जोड़ों व कंधे का दर्द परेशान करने लगा है। गांव की महिलाएं संबंधित रोग से परेशान है। दर्द बढ़ने पर गांवों के लोग दूर-दराज के अस्पतालों में जाकर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ लेते हैं जिसमें काफी समय वह पैसे की भी बर्बादी होती है। चिकित्सकों की मानें तो अस्पताल में रोजाना कई महिलाएं संबंधित रोग से परेशान पहुंच रही हैं। चिकित्सकों के अनुसार भोजन पर ध्यान ना देना, दूध का कम इस्तेमाल समेत कैल्शियम की कमी से महिलाओं को जोड़ो, घुटने व कंधे का दर्द बढ़ रहा है वहीं रोजाना जंगल से लकड़ी व पानी ढोना, रोजाना की हाड़तोड़ दिनचर्या भी दर्द का एक बड़ा कारण है। चिकित्सक महिलाओं को रोजमर्रा कि जिंदगी में बदलाव के साथ ही खानपान में ध्यान देने तथा कैल्शियम का इस्तेमाल करने की सलाह दे रहे हैं।