🔳हली – हरतपा मोटर मार्ग पर कैंची क्षेत्र में लगाया गया है शिलापट
🔳पंचायत प्रतिनिधियों व क्षेत्रीय जन विकास संघर्ष समिति ने जताया रोष
🔳कूड़ा डालने वालों को चिह्नित करने पर दिया जोर
🔳मामले में कड़ी कानूनी कार्रवाई किए जाने की उठाई मांग
🔳देश की आन, बान, शान के लिए शहीद संजय ने दिया है बलिदान

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

देश की आन, बान, शान के लिए सर्वोच्च न्यौछावर कर देने वाले रातीघाट निवासी जांबाज शहीद संजय सिंह बिष्ट के पैतृक गांव को जोड़ने वाले मोटर मार्ग पर स्थापित शिलापट के नजदीक कूड़ा एकत्र किए जाने से पंचायत प्रतिनिधियों व क्षेत्रीय जन विकास संघर्ष समिति पदाधिकारियों ने रोष जताया है। शिलापट के नजदीक कूड़ा डालने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।

जम्मू के राजौरी सेक्टर में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में देश की रक्षा के लिए प्राणों की आहूति देने वाले रातीघाट निवासी बलिदानी सपूत शहीद लांस नायक संजय सिंह बिष्ट के पैतृक गांव को अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर स्थित कैंची क्षेत्र से जोड़ने वाले हली – हरतपा मोटर मार्ग का नाम शहीद के नाम पर रखा गया है। बकायदा मोटर मार्ग पर प्रवेश द्वार निर्माण की तैयारी भी की जा रही है। फिलहाल सरकार के निर्देश पर कैंची क्षेत्र में मोटर मार्ग की शुरुआत में शहीद के नाम का शिलापट भी स्थापित किया जा चुका है पर शिलापट स्थापित हुए अभी दस दिनों का समय भी नहीं हुआ था की पूर्व से अव्यवस्था के शिकार हो चुके कैची क्षेत्र में शिलापट के नजदीक पानी की खाली बोतलें व चिप्स के पैकेट तथा जूस के डिब्बे के ढेर लगा दिए गए। शिलापट के नजदीक कूड़ा एकत्र किए जाने पर शहीद के भाई नीरज बिष्ट व पंचायत प्रतिनिधियों तथा क्षेत्रीय जन विकास संघर्ष समिति पदाधिकारियों ने गहरी नाराजगी जताई। आरोप लगाया की भारत माता की रक्षा के लिए प्राणों की आहूति देने वाले जांबाज के नाम से लगे शिलापट के नजदीक कूड़ा डालने वालों ने अपनी तुच्छ मानसिकता का परिचय दिया है। तारा सिंह बिष्ट, मनीष तिवारी, विरेन्द्र सिंह बिष्ट, गजेन्द्र सिंह नेगी, शेखर दानी, कुबेर सिंह जीना, पंकज नेगी, पंकज भट्ट, अनिल बुधलाकोटी, बिशन जंतवाल, गोविन्द सिंह नेगी, महेंद्र सिंह बिष्ट आदि ने शिलापट के नजदीक कूड़ा डालने वालों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है‌। चेतावनी दी है की यदि मामले में कार्रवाई नहीं की गई तो फिर सड़क पर उतर आंदोलन शुरु किया जाएगा।