🔳 आधा दर्जन योजनाओं के मुख्य जल स्रोत को पहुंची क्षति
🔳 फिलहाल अस्थाई रुप से आपूर्ति सुचारु करने में जुटे विभागीय अधिकारी
🔳 अलग अलग गांवों के सैकड़ों उपभोक्ता को होती है योजनाओं से आपूर्ति
🔳 मरम्मत के लिए किया जाएगा प्रस्ताव तैयार
[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]
पिछले दिनों हुई लगातार बारिश ने एक बार फिर बेतालघाट ब्लॉक के गांवों में स्थित पंपिंग पेयजल योजनाओं को नुकसान पहुंचा दिया है। गांवों में जलापूर्ति को बनी योजनाओं के जल स्रोत क्षतिग्रस्त होने से आपूर्ति चरमरा गई है। पेयजल निगम ने फिलहाल अस्थाई रुप से आपूर्ति शुरु करने के प्रयास शुरु कर दिए है। संबंधित विभाग के अपर सहायक अभियंता नरेंद्र भारती के अनुसार विभिन्न योजनाओं को तीस लाख रुपये से भी अधिक की क्षति पहुंची है। मरम्मत को प्रस्ताव बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा।
चार वर्ष पूर्व मूसलाधार बारिश के बाद आई आपदा से बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांव में सरकारी योजनाओं को भारी नुकसान पहुंचा था। सिंचाई, पेयजल समेत कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई। बामुश्किल विभागों ने भारी भरकम बजट खर्च कर योजनाओं की मरम्मत की ही थी कि अब एक फिर पिछले दिनों हुई बारिश ने पेयजल पंपिंग योजनाओं को निशाने पर ले लिया। महत्वपूर्ण रोपा, मल्लागांव, तल्ली सेठी पंपिंग पेयजल योजनाओं के मुख्य स्रोत को नुकसान पहुंचा जबकि धारी – खैरनी, रीति थापल योजनाओं को भारी नुकसान पहुंचा है योजनाओं के जल स्रोत को भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। भू धंसाव की जद में आकर जगह जगह पाइप लाइन भी ध्वस्त हो चुकी है। रोपा गांव से करीब 90, मल्ला गांव योजना से 120, सेठी 150 तथा धारी खैरनी पंपिग पेयजल योजना से 200 से अधिक उपभोक्ताओं को पेयजल की आपूर्ति होती है। योजनाओं को नुकसान पहुंचने से हरकत में आए विभाग ने अस्थाई रुप से गांवों में पेयजल आपूर्ति सुचारु करने के प्रयास शुरु कर दिए है। लगातार हुए नुकसान से विभागीय अधिकारी भी सख्ते में है। संबंधित विभाग के अपर सहायक अभियंता नरेंद्र भारती के अनुसार विभिन्न योजनाओं को करीब तीस लाख रुपये से भी अधिक की क्षति पहुंची है। मरम्मत के लिए प्रस्ताव बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दिलीप सिंह बोहरा ने भी योजनाओं की मरम्मत किए जाने को लेकर उच्चाधिकारियों से पत्राचार किया है।