🔳 धंसाव की जद में आकर हाईवे का एक हिस्सा कोसी नदी की ओर गिरा
🔳 एनएच प्रशासन ने यातायात रोकने का लिया निर्णय
🔳 एकाएक आवाजाही ठप होने से जाम में फंसे यात्री व पर्यटक वाहन
🔳 खैरना से वाया रानीखेत होते हुए किया गया रुट डायवर्ट
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]

नैनीताल व अल्मोड़ा जनपद की सीमा पर क्वारब क्षेत्र कुमाऊं की लाइफ लाइन का अस्तित्व खतरे में आ गया है। पिछले तीन दिनों से बड़े वाहनों की आवाजाही थमने के बाद अब छोटे वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई है। शाम के वक्त एकाएक हुए धंसाव से हाईवे का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया जिस कारण यातायात रोक दिया गया है। एनएच के अपर सहायक अभियंता जगदीश पपनै के अनुसार धंसाव के कारण हाईवे का दो मीटर से भी कम हिस्सा शेष बचा है।
क्वारब क्षेत्र में पहाड़ी से लगातार हो रहा भूस्खलन परेशानी का सबब चुका है। बीते मंगलवार को पहाड़ी से गिरे मलबे व पत्थरों से हाईवे के धंसने से एनएच प्रशासन ने यात्री व मालवाहक वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी। अल्मोड़ा जिला प्रशासन ने भी लगातार बढ़ रहे खतरे को देख रात के समय आवाजाही पर रोक लगा दी। शुक्रवार को शाम तकरीबन चार बजे के आसपास हाईवे का एक हिस्सा भरभरा के कोसी नदी की ओर गिर गया। गनीमत रही की बड़ा हादसा टल गया। हाईवे की चौड़ाई बेहद कम हो जाने से छोटे वाहनों के पहिए भी थम गए। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। एहतियातन खैरना से वाया रानीखेत होते हुए रुट डायवर्ट कर दिया गया। जाम में फंसे वाहनों को चौसली से वाया बेड़़गाव काकड़ीघाट होते हुए गंतव्य को रवाना किया गया जबकि दूसरी ओर फंसे वाहनों को वापस भेज काकड़ीघाट से चौसली की ओर भेजा गया। धंसाव होने से अब हाईवे का महज दो मीटर से भी कम हिस्सा शेष रह गया है। जिससे आवाजाही खतरनाक हो गई है। एनएच के अपर सहायक अभियंता के अनुसार फिलहाल छोटे वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई है। निरीक्षण के बाद आगे निर्णय लिया जाएगा। उच्चाधिकारियों को भी सूचना भेज दी गई है।

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