🔳 सड़क व भूतल मंत्रालय भारत सरकार से हरी झंडी मिलने का इंतजार
🔳 स्वीकृति के बाद कैंची बाइपास, टनल निर्माण समेत कई महत्वपूर्ण कार्यो की बनेगी डीपीआर
🔳 ज्योलीकोट से खैरना तथा क्वारब से कर्णप्रयाग तक चौड़ीकरण भी है प्रस्तावित
🔳 अतिसंवेदनशील लोहाली की पहाड़ी के उपचार को भी बनेगी रणनीति
🔳 फरवरी में भेजी गई रिपोर्ट को अक्टूबर तक स्वीकृति मिलने की उम्मीद
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर कैंची क्षेत्र में बाइपास निर्माण, ज्योलिकोट से खैरना तथा क्वारब से कर्णप्रयाग तक चौड़ीकरण, दरक रही पहाड़ियों का उपचार समेत तमाम कार्यों को सड़क व भूतल मंत्रालय भारत सरकार से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। निजी कंपनी हाइवे का ऐलाईमेंट सर्वे पूरा कर रिपोर्ट मंत्रालय को उपलब्ध करा चुकी है। फ़रवरी में भेजी गई रिपोर्ट को अक्टूबर तक स्वीकृति मिलने की उम्मीद लगाई जा रही है। एनएच के अधिशासी अभियंता प्रवीन कुमार के अनुसार स्वीकृति मिलते ही डीपीआर तैयार की जाएगी।
कुमाऊं की महत्वपूर्ण लाइफ लाइन को चौड़ीकरण समेत तमाम अहम कार्यों के लिए सड़क व भूतल मंत्रालय की स्वीकृति का इंतजार है। पूर्व में सर्वे की जिम्मेदारी संभाल रही निजी कंपनी की हिलाहवाली पर करार समाप्त कर टैक्निकल कन्सलटैन्सी सर्विसेज (टीसीएस) कंपनी को एलाइनमेंट सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी गई। नई कंपनी ने तेजी से कार्य कर बीते फरवरी में सुप्रसिद्ध कैंची क्षेत्र में प्रस्तावित बाईपास, टनल निर्माण, ज्योलिकोट से खैरना तथा क्वारब से कर्णप्रयाग तक हाइवे चौड़ीकरण व अतिसंवेदनशील लोहाली क्षेत्र में दरक रही पहाड़ी का उपचार समेत तमाम महत्वपूर्ण कार्यो की रिपोर्ट तैयार कर मंत्रालय को उपलब्ध करा दी है। सड़क व भूतल मंत्रालय को भेजी गई एलाइनमेंट सर्वे रिपोर्ट में कैंची क्षेत्र में बाइपास निर्माण के दौरान टनल निर्माण समेत हाइवे पर नए पुलों का निर्माण व सुरक्षित यातायात को किए जाने वाले कार्यों की ब्योरा विस्तार से तैयार किया गया है। ऐन वक्त पर लोकसभा चुनाव सामने आ जाने से एलाइनमेंट सर्वे रिपोर्ट को स्वीकृति मिलने पर ब्रेक लग गया हालांकि अब सड़क व भूतल मंत्रालय से जल्द हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। एलाइनमेंट सर्वे रिपोर्ट को स्वीकृति मिलने के बाद काफि हद तक हाइवे चौड़ीकरण समेत तमाम अन्य कार्यों की तस्वीर साफ हो जाएगी। कैंची क्षेत्र में बाइपास निर्माण होने के बाद जहां श्रद्धालुओं व पर्यटकों को जाम से निजात मिल सकेंगी वहीं चौड़ीकरण के कार्य से एनएच पर आवाजाही भी सुगम हो सकेंगी। एनएच के अधिशासी अभियंता प्रवीन कुमार के अनुसार ऐलाईमेंट सर्वे रिपोर्ट को स्वीकृति मिलने के बाद डीपीआर निर्माण समेत अन्य कार्यों को गति मिल सकेंगी।