त्रिवेंद्र सरकार ने गांवों में पहुंचने से पूर्व प्रवासियों को किया था क्वॉरेंटाइन
बीते वर्ष टीएसआर ने किया था बेहतर प्रबंधन
गरमपानी : प्रदेश में कोरोना संक्रमण बहुत तेजी से रफ्तार पकड़ रहा है। हालांकि संक्रमण रोकने को हर हद तक प्रयास किए जा रहे हैं पर लगातार रोजाना नए-नए संक्रमित सामने आ रहे हैं। बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिरकार चूक कहां हो गई जो प्रदेश में हर ओर कोरोना पांव पसार चुका है।
कोरोना संक्रमितो की बढ़ती संख्या व मौत के बढ़ते आंकड़ों ने चिंता बढ़ा दी है। लगातार संक्रमितो की संख्या बढ़ती ही जा रही है पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर तमाम व्यवस्थाओं के बावजूद चूक कहां हो गई। आखिर क्यों कोरोना के मामले बढ़ गए और लोग तेजी से संक्रमण की जद में आ गए। लोगों की माने तो प्रदेश के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पिछले वर्ष पूर्व संक्रमण की रोकथाम को बेहतर ढंग से काम किया। विभागीय अधिकारियों की टीम हो या स्वास्थ्य कर्मियों का उत्साहवर्धक त्रिवेंद्र सिंह रावत हर मोर्चे पर मुस्तैदी से डटे रहे। लगातार मॉनिटरिंग करते रहे पर एकाएक त्रिवेंद्र सिंह रावत के सीएम पद से हटने के साथ ही कई व्यवस्थाएं भी लड़खड़ा गई। नए नवेले सीएम तीरथ सिंह रावत भी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने पर जुटे रहे पर सवाल यह भी है कि बीते वर्ष संक्रमण का बेहतर ढंग से सामना करने वाले सीएम इस वर्ष भी बेहतर ढंग से संक्रमण से निपटने को कारगर ढंग से कार्य कर सकते थे। उनके पास बीते वर्ष का अनुभव होता। बीते वर्ष बड़े महानगरों व अन्य राज्यों से गांव लौटने वाले प्रवासियों को सीधे गांव में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था। इनके लिए पंचायतघर व बरातघर व अन्य जगह क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए थे जिससे काफी हद तक गांवों में संक्रमण फैलने से रोका पर इस बार गांव गांव संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है वहीं गांवो में कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। अब देखना होगा कि तीसरी लहर का सामना कैसे होगा और कैसे लोग सुरक्षित रहेंगे।