संक्रमण की रफ्तार बढ़ने के साथ ही युवा करने लगे गांवों को रुख
गरमपानी: दूसरी लहर में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ने के साथ ही अब प्रवासियों की गांवो को एक बार फिर वापसी तेज हो गई है। दिल्ली से कई प्रवासी गांव पहुंच गए हैं। ऐसे में अब लोगों ने प्रवासियों को बेरोजगारी भत्ता दिए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। बेरोजगारी भत्ता मिलने से काफी हद तक प्रवासियों को मदद मिल सकेगी साथ ही आर्थिक स्थिति भी संभलेगी।
कोरोना के बढ़ते कदम के साथ ही प्रवासियों के आगे भी बड़ा संकट खड़ा हो गया है। दिल्ली में सप्ताह भर का लॉकडाउन लगने के बाद प्रवासी गांवो को रुख करने लगे हैं। बकायदा कई प्रवासी गांवों में भी पहुंच गए हैं। ऐसे में अब एक बार फिर प्रवासियों के आगे रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। बीते वर्ष भी प्रवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। मनरेगा योजना ने काफी हद तक हालात संभले भी पर युवाओं को बेहतर रोजगार उपलब्ध नहीं हो सका। ऐसे में बेरोजगार युवाओं ने वापस महानगरों को रुख कर लिया था पर अब दूसरी लहर के साथ संक्रमण बढ़ने व महानगरों में लॉकडाउन की घोषणा होने के साथ ही प्रवासी वापस घर लौटने लगे हैं। वापस गांव पहुंचे युवाओं की आर्थिक स्थिति ना बिगड़े इसके लिए बेरोजगारी भत्ते की पुरजोर मांग उठने लगी है। पूर्व ग्राम प्रधान शंकर नाथ गोस्वामी, वीरेंद्र सिंह बिष्ट, महेंद्र सिंह आदि लोगों का कहना है कि प्रवासियों को सरकार ने बेरोजगारी भत्ता देना चाहिए ताकि प्रवासियों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। लोगों का कहना है कि बेरोजगारी भत्ता मिलने से बेरोजगार प्रवासी युवाओं को काफी हद तक राहत मिलेगी। लोगों ने शासन प्रशासन के युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने के साथ ही रोजगार के लिए भी ठोस कदम उठाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।