🔳 सरकार से मिले बजट को हाइवे पर लगाया जा रहा ठिकाने
🔳 हाटमिक्स उखड़ने के बाद अब घटिया कार्य पर पर्दा डालने की जद्दोजहद
🔳 महत्वपूर्ण हाइवे पर करोड़ों के बजट से घटिया कार्य होने से हैरत में लोग
🔳 विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में
[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर महज कुछ दिन पहले किए गए हाटमिक्स कार्य के उखड़ने के बाद अब पेंचवर्क कर घटिया कार्य पर पर्दा डालने की जद्दोजहद शुरु कर दी गई है‌। भारी भरकम सरकारी धनराशि से किए जा रहे कार्यों में अनियमिताओं के सामने आने पर क्षेत्रवासियों ने रोष जता विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए है। लोगों ने घटिया हाटमिक्स उखड़वाकर दोबारा गुणवत्तायुक्त कार्य करवाए जाने की मांग उठाई है।
पांच वर्ष पूर्व आपदा ने हाइवे को भारी नुकसान पहुंचाया था। हाइवे के हालातों में सुधार को एनएच प्रशासन ने प्रस्ताव बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजा। महत्वपूर्ण हाइवे होने से केन्द्रीय सड़क व भूतल मंत्रालय, भारत सरकार ने भी हाइवे की मरम्मत को 39 करोड़ रुपये के बजट को हरी झंडी दे दी। बजट मिलने से हाइवे पर यातायात सुगम होने की उम्मीद जगी पर लगातार घटिया कार्यों के सामने आने से सुगम यातायात की उम्मीद धराशाई होने लगी है। महज कुछ दिनों पहले हुए हाटमिक्स कार्य के लोहाली, जौरासी समेत कई स्थानों पर उखड़ जाने से गुणवत्ता की पोल खुल गया। हाटमिक्स कार्य का जिम्मा संभाल रही कंपनी ने भी नया तरीका इजाद कर करोड़ों रुपये की सरकारी धनराशि से किए जा रहे गुणवत्ताविहीन कार्य को छुपाने के लिए उखड़ रहे स्थानों पर पेंचवर्क का लेप लगा दिया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया की सरकारी बजट की खुलेआम बर्बादी कर जनहित से खुला खिलवाड़ किया जा रहा है। घटिया कार्य पर पर्दा डालने को अब तमाम स्थानों पर पेंचवर्क कार्य कर दिया गया है। व्यापारी रघुराज सिंह, विरेन्द्र सिंह, गजेंद्र सिंह, पंकज नेगी, पंकज भट्ट, हरीश सिंह गैड़ा, मनीष तिवारी, महेंद्र सिंह बिष्ट, संजय सिंह, कुबेर सिंह आदि ने घटिया हाटमिक्स को हटाकर दोबारा गुणवत्तायुक्त कार्य करवाए जाने की मांग उठाई है।