🔳 पवित्र शिप्रा व जीवनदायिनी कोसी के संगम पर स्थित है मोक्षधाम
🔳 सैकड़ों गांवों से अंत्येष्टि को पहुंचते है गांवों के बाशिंदे
🔳 भीषण गंदगी के बीच आवाजाही बन चुकी मजबूरी
🔳 लगातार मनाही के बावजूद अराजक तत्व मनमानी पर आमादा
🔳 गंदगी डालने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग
{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}

जीवनदायिनी कोसी व पवित्र शिप्रा नदी के तट पर स्थित मोक्ष धाम को जाने वाले रास्ते पर लगातार मनाही के बावजूद गंदगी डाले जाने से अंत्येष्टि के लिए मोक्ष धाम पहुंचने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रास्ते पर गंदगी डाले जाने से क्षेत्रिय जन विकास संघर्ष समिति व टैक्सी यूनियन ने नाराजगी जताई है। मामले में कार्रवाई की मांग उठाई है।
खैरना स्थित मोक्ष धाम में आसपास के गांवों से लोग अंत्येष्टि को पहुंचते हैं। जीवनदायिनी कोसी व पवित्र शिप्रा का संगम स्थल होने से इसका काफि धार्मिक महत्व है। विभिन्न अनुष्ठान को भी लोग गांवों से पहुंचते हैं। बेतालघाट ब्लॉक के साथ ही ताड़ीखेत व रामगढ़ ब्लॉक के सैकड़ों गांवों के बाशिंदों के लिए भी संगम आस्था का केंद्र है। धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण संगम के रास्ते पर गंदगी डाले जाने से लोगों में रोष व्याप्त है। आरोप है की लगातार आवाज उठाने के बावजूद कुछ लोग मनमानी पर आमादा है और रात के वक्त मुख्य रास्ते पर गंदगी डाल दें रहे हैं। अंत्येष्टि व अन्य धार्मिक अनुष्ठानों को संगम पर पहुंचने वाले लोगों को गंदगी के बीच से आवाजाही करनी पड़ रही है। गंदगी से उठ रही दुर्गंध से परेशानी बढ़ती ही जा रही है बावजूद सुध नहीं ली जा रही। कार्रवाई न होने से गंदगी डालने वाले लोगों के हौसले बुलंद हो चुके हैं। क्षेत्रीय जन विकास संघर्ष समिति के विरेन्द्र सिंह बिष्ट, गजेंद्र सिंह नेगी, मनीष तिवारी, विनोद मेहरा, गोविन्द सिंह, पंकज नेगी, अनिल बुधलाकोटी, टैक्सी यूनियन के प्रताप सिंह गौणी आदि ने मोक्ष धाम को जाने वाले रास्ते पर गंदगी डालने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है।