🔳पहली बारिश में ही भूस्खलन रोकने के कार्यों की खुली पोल
🔳कई स्थान पर सड़क चौड़ीकरण के बाद स्थापित किए गए हैं वायरक्रेट
🔳4.21 करोड़ रुपये की लागत से सड़क पर गतिमान है सुधारीकरण का कार्य
🔳गुणवत्ताविहीन कार्य की शिकायत सीएम पोर्टल पर दर्ज
🔳मामले की जांच कर कार्रवाई की उठाई मांग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

ग्रामीण सड़कें बजट ठिकाने लगाने का जरिया बन चुकी है। पुननिर्माण के नाम पर किए जा रहे निर्माण कार्य दम तोड़ जा रहे हैं। करीब चार करोड़ रुपये के बजट से सिमराड़ – डोलकोट मोटर मार्ग पर किए जा रहे कार्य कुछ ऐसी ही हकीकत बयां कर रहा है। भूस्खलन रोकने को सड़क किनारे लगाए गए सुरक्षा कार्य खुद की सुरक्षा को ही जूझ गए हैं। सुरक्षा को लगाए गए कार्यों के कुछ ही दिनों में जवाब देने से तमाम गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। आरटीआई कार्यकर्ता ने मामला सीएम पोर्टल पर दर्ज करा गुणवत्ताविहीन कार्यों की जांच की मांग उठाई है।
रातीघाट – बेतालघाट बेतालघाट मोटर मार्ग से तमाम गांवों को जोड़ने वाले डोलकोट – सिमराड़ मोटर मार्ग पर सरकार ने मरम्मत व सुधारीकरण के कार्य को 4.21 करोड रुपये की स्वीकृति दी है‌ कार्य शुरु होने से आवाजाही सुगम होने की उम्मीद जगी पर अभी काम शुरु ही हो सका है की गुणवत्ता को लेकर तमाम सवाल खड़े हो गए हैं। बीते दिन हुई बारिश में ही सुरक्षात्मक कार्य जवाब दे गए हैं। भूस्खलन रोकने को मोटर मार्ग पर लगाए गए वायरक्रेट धराशाही होने के कगार में पहुंचने से विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होना लाजमी है। भारी भरकम धनराशि के बावजूद महत्वपूर्ण मोटर मार्ग पर एक ही बारिश में सुरक्षा कार्यों के जवाब दे जाने से भविष्य में बड़ी घटना का अंदेशा भी बना हुआ है। आरटीआई कृपाल सिंह मेहरा ने मोटर मार्ग पर गुणवत्ताविहीन कार्य किए जाने का आरोप लगा मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवा दी है। बताया है कि महज कुछ दिन की बारिश में ही वायरक्रेट धराशाही होने के कगार पर पहुंच गए हैं। मुनाफा के फेर में सही ढंग से कार्य नहीं किया जा रहा। लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ का आरोप भी लगाया है। कृपाल सिंह ने शिकायत दर्ज कर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठा कार्रवाई पर जोर दिया है। पीएमजीएसवाई विभाग के सहायक अभियंता एचएन कापड़ी के अनुसार कुछ जगह पर चौड़ीकरण कार्य किया गया है। भूस्खलन रोकने को वायरक्रेट स्थापित किए गए हैं। निरीक्षण कर जल्द ही भू-धंसाव की जद में आए वायरक्रेट दुरुस्त करवाए जाएंगे।