🔳राजकीय प्राथमिक विद्यालय खैरना की हालत खस्ताहाल
🔳शिक्षा मंत्री ने निरीक्षण के बाद की थी तीस लाख रुपये की घोषणा
🔳विद्यालय की छत जीर्णशीर्ण होने पर आंगन में संचालित हो रही कक्षाएं
🔳क्षेत्रवासियों ने नौनिहालों की जिंदगी से खिलवाड़ का लगाया आरोप
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
बरसात में स्कूली भवनों की दुर्दशा से नौनिहालों की जिंदगी पर खतरा भी बढ़ता ही जा रहा है बावजूद सुध नहीं ली जा रही है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय खैरना के भवन की छत जीर्णशीर्ण हालत में पहुंच चुकी है। मजबूरी में नौनिहाल स्कूल के आंगन में प्राथमिक शिक्षा का पाठ ले रहे हैं। ये हालत तब है जब खुद शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत विद्यालय का निरीक्षण कर तीस लाख रुपये से नए भवन के निर्माण की भी घोषणा कर चुके हैं बावजूद हालत जस की तस है।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में क्षेत्र के सत्रह नौनिहाल प्राथमिक शिक्षा का पाठ ले रहे हैं। कक्षा कक्षों पर मंडरा रहा खतरा बड़ी अनहोनी की ओर इशारा कर रहा है बावजूद सुध नहीं ली जा रही। नौनिहाल दरकती छत के नीचे बेहतर भविष्य का सपना देख रहे हैं। बीते वर्ष जुलाई में प्रदेश के मंत्री डा. धन सिंह रावत भी खुद विद्यालय की स्थिति का जायजा भी ले चुके हैं। निरीक्षण के बाद शिक्षा मंत्री ने तीस लाख रुपये से विद्यालय के हालात बदलने की घोषणा भी की पर आज तक कुछ भी नहीं हो सका है। मजबूरी में बारिश होने पर बरामदे में कक्षाएं संचालित की जाती है। व्यापारी नेता विरेन्द्र सिंह बिष्ट ने आरोप लगाया की नौनिहालों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। शिक्षा मंत्री के घोषणा किए जाने के बावजूद अनदेखी समझ से परे है। स्थानीय गजेंद्र सिंह नेगी, मनीष तिवारी, फिरोज अहमद, राकेश जलाल, विनोद मेहरा, गोविन्द सिंह नेगी आदि ने जल्द विद्यालय की हालत में सुधार किए जाने की मांग उठाई है। विद्यालय की प्रधानाचार्या हेमा तिवारी के अनुसार विद्यालय की स्थिति से उच्चाधिकारियों को समय समय पर बताया गया है। फिलहाल बरामदे में कक्षाएं संचालित की जा रही है।