◾घिरौली गांव में 23 लाख रुपये की लागत से बनी योजना का निकला दम
◾ ग्राम प्रधान ने लगाया योजना निर्माण में अनियमितता का आरोप
◾खुले में पाइप बिछाए जाने से पाइप हो गए क्षतिग्रस्त
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लॉक में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना सफेद हाथी बन गई है। गांव के लोगों को योजना से लाभ ही नहीं मिल पा रहा जबकि योजना निर्माण में करोड़ों रुपया खर्च कर डाला गया है। घिरौली गांव में योजना से बगैर पानी मिले ही पाइप क्षतिग्रस्त भी हो गए हैं। ग्राम प्रधान ने योजना में अनियमितता का आरोप लगाया है।
बेतालघाट ब्लॉक में जल जीवन मिशन योजना से लाभ न मिलने का मुद्दा तूल पकड़ गया है। बहुउद्देशीय शिविर में कई पंचायत प्रतिनिधियों के नाराजगी जताने के बाद अब घिरौली ग्राम प्रधान हरीश चंद्र ने योजना पर सवाल उठाते हुए अनियमितता का आरोप लगा दिया है। ग्राम प्रधान के अनुसार 23 लाख रुपये की भारी भरकम धनराशि से बनाई गई योजना का लाभ गांव के बाशिंदों को नहीं मिल सका है। योजना के पाइप खुले में ही बिछा दिए गए जिस कारण बरसाती नाले में पाइप क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। गांव के सैकड़ों परिवार बूंद बूंद पानी को तरस रहे हैं। ग्राम प्रधान हरीश चंद्र ने योजना की उच्चस्तरीय जांच की मांग उठाई है। साथ ही ठेकेदार के भुगतान पर रोक लगाए जाने की मांग की है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि जल्द योजना से गांव को पेयजल आपूर्ति सुचारू नहीं की गई तो फिर गांव के बाशिंदों को साथ लेकर आंदोलन शुरु कर दिया जाएगा।