= पुस्तकालय में रखा गया ज्ञानवर्धक व रोचक पुस्तकों का भंडार
= गांव के युवा ने पिता की याद में स्थापित किया पुस्तकालय
= क्षेत्र के लोगों ने की सराहना

(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

क्षेत्र के समीपवर्ती डोबा गांव के नौनिहालों को अब गांव में ही रोचक पुस्तकों पढ़ने को मिलेंगी। कई ज्ञानवर्धक पुस्तकें भी नौनिहालों को उपलब्ध होंगी। क्षेत्र के युवा ने अपने पिता की याद में गांव में ही पुस्तकालय स्थापित किया है। क्षेत्रवासियों ने पुस्तकालय बनने पर खुशी जताई है।
बेतालघाट ब्लॉक के डोबा गांव के नौनिहालों को अब गांव में ही रोचक तथा ज्ञानवर्धक पुस्तकें पढ़ने को मिलेंगी। गांव के भुवन सिंह ने अपने पिता स्वर्गीय गुमान सिंह की याद में पुस्तकालय स्थापित किया है। दिल्ली में निजी कंपनी में कार्यरत भुवन ने नौनिहालों को बेहतरीन ज्ञानवर्धक पुस्तकों का लाभ दिलाने के मकसद से अपने पिता की याद में पुस्तकालय की नींव रखी है। बकायदा बीस से ज्यादा बेहतरीन पुस्तक के साथ पुस्तकालय का शुभारंभ भी कर दिया गया है। रोजाना सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक पुस्तकालय खुला रहेगा। भविष्य में और अधिक पुस्तकें उपलब्ध रहेंगी फिलहाल मुंशी प्रेमचंद्र की बेहतरीन कहानियां के साथ ही पंचतंत्र, पौराणिक कथाओं व उत्तराखंड के समग्र अध्ययन की किताबें पुस्तकालय में रखी गई है। भुवन बिष्ट के अनुसार जल्द और भी सुविधाएं पुस्तकालय में शुरू की जाएंगी। नौनिहालों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी ज्ञानवर्धक पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएंगी। लोगों ने स्थानीय युवा के बेहतरीन प्रयास की सराहना की है।