= 50 से 55 वर्ष तक के बुजुर्ग आ रहे चपेट में
= सीएचसी गरमपानी पहुंच रहे उपचार को
= चिकित्सा बोले – बदलती जीवनशैली व खान-पान प्रमुख कारण
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
गांव के लोग तेजी से गठिया रोग की चपेट में आ रहे हैं। छड़ा गांव में अधिकांश बुजुर्ग गठिया रोग से पीड़ित होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। हड्डी रोग विशेषज्ञ के अनुसार बदलती जीवनशैली व विटामिन डी की कमी के कारण लोग रोग से पीड़ित हो रहे हैं। सीएचसी में पहुंचने वाले मरीजों का उपचार किया जा रहा है। रोग से निदान को व्यायाम आदि के बारे में भी बताया जा रहा है।
लगातार बदलती जीवन शैली व बदलता खान पान के दौर में अधिकांश लोग गठिया (ओस्टोआर्थराइटिजेज)से पीड़ित हो रहै हैं। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर छड़ा गांव के अधिकांश बुजुर्ग गठिया रोग की चपेट में आ रहे हैं। कुछ युवाओं में भी गठिया के लक्षण हैं। मुख्य रूप से पैरों में दर्द पांव सुन्न हो जाने से परेशान है। गांव के 50 से 55 वर्ष की उम्र से ऊपर के अधिकांश बुजुर्ग उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच रहे हैं। सीएचसी गरमपानी में तैनात हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. जेएस पटपटिया के अनुसार छड़ा समेत बेतालघाट के तमाम गांवों से लोग उपचार के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। चिकित्सक के अनुसार बदलती जीवन शैली इसका प्रमुख कारण है वही विटामिन डी की कमी से भी लोग इसकी चपेट में है। चिकित्सक के अनुसार पहले 70 से 80 वर्ष उम्र से ज्यादा के बुजुर्ग इसकी चपेट में आते थे पर अब 50 से 55 वर्ष में ही लोग गठिया रोग से पीड़ित हो रहे हैं हालांकि अस्पताल पहुंचने पर उन्हें समुचित उपचार खानपान व इससे बचाव के तौर तरीके बताए जाते हैं।