= भूमिया देवता की पूजा अर्चना के बाद शुरू हुआ नौले की विशेष सफाई अभियान का कार्यक्रम
= जल संस्थान पर लगाया लगातार उपेक्षा किए जाने का आरोप
= नौले की सफाई कर खुद पेयजल व्यवस्था को शुरू की कवायद
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
पेयजल संकट से जूझ रहे रामगढ़ ब्लॉक के सिरसा गांव के बाशिंदों ने अब पौराणिक नौले की साफ सफाई कर पेयजल व्यवस्था का जिम्मा उठा लिया है। विभागीय उपेक्षा से आहत ग्रामीण पौराणिक नौले में भरे मलबे की सफाई में जुट गए हैं। नौले की साफ-सफाई कर हलक तर करने की जद्दोजहद शुरू हो गई है।
गांवो में पेयजल संकट को हाहाकार मचा हुआ है। गांव में पानी की किल्लत होने पर कई बार व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग उठाई जाने के बावजूद लगातार उपेक्षा किए जाने पर रामगढ़ ब्लॉक के सिरसा गांव के ग्रामीणों ने अब खुद ही पेयजल व्यवस्था का जिम्मा उठा लिया है। गांव के लोगों ने गांव के समीप स्थित पौराणिक नौले की साफ-सफाई शुरू कर दी है। सुबह भूमिया देवता की पूजा अर्चना के बाद पौराणिक नौले की सफाई को विशेष अभियान चलाया गया। नौले को पुनर्जीवित करने के अभियान में गांव की महिलाओं, बच्चों, बुजुर्ग व युवाओं ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जल संस्थान गांव की उपेक्षा पर आमादा है। कई बार व्यवस्था में सुधार की मांग उठाई गई पर हमेशा अनसुनी कर दी गई। अब पौराणिक नौले को पुनर्जीवित कर खुद ही पेयजल व्यवस्था की जा रही है। सफाई अभियान में कुबेर सिंह जीना,भीम सिंह, विजेंद्र सिंह,नर सिह जीना, कुंदन सिंह, नारायण सिंह, जितेन्द्र सिंह जीना आदि जुटे रहे।