= निविदाएं निरस्त न करने पर न्यायालय की शरण में जाने ऐलान
= आर पार की लड़ाई लड़ने को तैयार क्षेत्रवासी
= जिला अधिकारी को भेजा ज्ञापन
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
पहले शिप्रा तथा कोसी नदी क्षेत्र में रिवर ड्रेनिग की निविदाएं आमंत्रित करने व बाद में निरस्त कर फिर दोबारा गुपचुप ढंग से निविदाएं करने पर क्षेत्रवासियों का पारा चढ़ गया है। बेतालघाट क्षेत्र के लोगों ने जिलाधिकारी को पत्र भेज रिवर ड्रेनिग के कार्यों पर तत्काल रोक लगाए जाने की मांग की है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि मनमानी की गई तो फिर न्यायालय की शरण ली जाएगी।
दरअसल बीते कुछ दिन पूर्व उत्तरवाहिनी शिप्रा व कोसी नदी के अलग-अलग क्षेत्रों में रिवर ड्रेनिग की निविदाएं आमंत्रित की गई पर एकाएक निविदाओं पर रोक लगा दी गई। बेतालघाट क्षेत्र के लोगों ने जिलाधिकारी को पत्र भेज कहा है कि रोक लगाने के बाद गुपचुप ढंग से निविदाएं कराई जा रही है। महज कुछ चुनिंदा प्रभावशाली लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए नियम, कानून ताक पर रखे जा रहे हैं जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बरसात नजदीक होने के बावजूद एकाएक निविदाएं आमंत्रित कराना समझ से परे है। दो टूक चेताया है कि यदि रिवर ड्रेनिग के कार्यों पर रोक नहीं लगाई गई तो क्षेत्रवासियों को साथ लेकर आंदोलन के साथ साथ माननीय न्यायालय की शरण ली जाएगी। ज्ञापन में दिनेश सिंह, हरी सिंह, प्रभा देवी, गौरी शंकर, प्रमोद कुमार, मनोज सिंह, श्याम सिंह, नारायण सिंह, राम सिंह, हरीश राम, राधिका देवी, दीपक सिंह, राम सिंह आदि के हस्ताक्षर हैं।