= जंगलों में अवैध लीसा तस्करी ने पकडा़ जोर
= सरकार को लगाई जा रही राजस्व की चपत
= सुयालबाडी़ – नथुआखान मार्ग से सटे जंगलो में चल रहा बडा़ खेल
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे से तमाम गांवों को जोड़ने वाले सुयालबाड़ी – नथुआखान मोटर मार्ग से सटे जंगलों में लीसा तस्करी तस्करी को बड़े पैमाने पर अंजाम दिया जा रहा है। रह-रहकर सवाल उठ रहा है कि आखिरकार किस किस शहर पर जंगलों में लीसा तस्करी के कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। तस्करी में लिप्त लोगों के हौसले इतने बुलंद है कि डीएफओ के आदेश की भी खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।
जंगलों में लीसा निकालने के लिए तेजाब डालने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हो सका था कि अब एक बार फिर लीसा तस्करी से मामला चर्चा में आ गया है। सुयालबाड़ी – नथुआखान मोटर मार्ग पर बाज, बसगांव, टीकुरी आदि तमाम क्षेत्रों में लीसा तस्करी जोरों पर है। धड़ल्ले से लीसा निकालने के लिए पेड़ों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है बावजूद संबंधित विभाग के अधिकारी आंखों में पट्टी बांधे बैठे हैं। लीसा तस्करी के खेल को बड़ी सफाई से अंजाम दिया जा रहा है। तस्करी में लिप्त लोगों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि पूर्व में डीएफओ नैनीताल बीजू लाल टीआर कार्रवाई की बात कह चुके हैं बावजूद लीसा तस्करी में लिप्त लोग डीएफओ के आदेश की धज्जियां उड़ाने पर आमादा है। लोगों ने जंगलों में लीसा निकालने की आड़ में जंगलों को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है।