= बेतालघाट ब्लाक के तमाम जंगल आग से खाक
= लगातार हो रही वन संपदा खाक
= आबादी तक आग लपटे पहुंचने से हड़कंप

(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

पहाड़ में जंगलो के धधकने से तपीस कई गुना बढ़ गई है। जंगलो के आग से खाक होने का सिलसिला थम नही रहा। वन विभाग के आग से जंगलो को बचाने के दावे धरे के धरे रह गए है। बेतालघाट ब्लाक के तमाम गांवो से सटे जंगल दावानल की चपेट में है। आग आबादी तक भी पहुंच रही है।बावजूद वन विभाग की नींद नही टूट रही।
बेतालघाट ब्लाक के तमाम जंगल धूधू कर धधक रहे है। रविवार को धारी, खैरनी, सिमलखा,नावली आदि गांवो से सटे जगलो में आग धधक उठी। हवा की तेज रफ्तार ने आग को और भड़का दिया।देखते ही देखते आग की लपटो ने विकराल रुप धारण कर लिया। जंगल से उठी आग की लपटे खैरनी गांव तक पहुंचने से हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने आग पर काबू पाने को जद्दोजहद की। वन संपदा को भारी नुकसान की आंशका है। जंगलो में लगी आग से शाम तक धूंए का गुबार उठता रहा। जगह जगह आग लगने के बावजूद वन विभाग के कर्मचारी नदारद रहे। जंगलो में लगातार लग रही आग व वन संपदा को नुकसान होने के बावजूद वन विभाग के ठोस कदम न उठाए जाने से गांवो के लोगो में नाराजगी है।