= वन क्षेत्राधिकारी ने दंडनीय अपराध करार दिया
= बैठाई जांच रिपोर्ट मिलने के बाद होगी कार्रवाई
= भारी मात्रा में तेजाब पहुंचने से गांवो में हड़कंप
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
बेतालघाट व रामगढ़ ब्लॉक के जंगलों में लीसे का अवैध कारोबार तेजी से फैल रहा है यही नहीं अब लीसा निकालने के लिए हरे-भरे चीड़ के पेड़ों पर घाव कर तेजाब से हमला किया जा रहा है। हरे भरे चीड़ के पेड़ों पर तेजाब का इस्तेमाल किए जाने से पेड़ धराशायी होने का संकट बढ़ गया है। वन क्षेत्राधिकारी ने मामले को गंभीर बता इसे दंडनीय अपराध करार दिया है। जल्द मामले पर जांच कर लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई का दावा किया है। गांव में भारी मात्रा में तेजाब पहुंचने से हड़कंप मचा हुआ है।
दरअसल इन दिनों बेतालघाट व रामगढ़ ब्लॉक के जंगलों में चीड़ के पेड़ों से लीसा निकालने का कार्य गतिमान है। वन विभाग की अनुमति के बाद पेड़ से लीसा निकाला जाता है पर लीसा निकालने में धड़ल्ले से नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। लीसा निकालने के लिए एक पेड़ पर टीन का एक गमला लगाने का प्रावधान है जबकि ठेकेदार एक ही पेड़ पर दो से तीन गमले लगा रहे हैं। यही नहीं मुनाफे के फेर में अब तेजाब का खुलेआम इस्तेमाल किया जा रहा है। बेतालघाट ब्लाक के जजूला गांव से से सटे जंगल में लीसा कारोबार में तेजाब इस्तेमाल से हड़कंप मचा हुआ है। खुलेआम गांव में भारी मात्रा में गैलन में तेजाब पहुंचाया गया है। जिससे बड़ी घटना सामने आने की आशंका भी बनी हुई है वहीं पेड़ों पर तेजाब के इस्तेमाल से भविष्य में पेड़ को नुकसान होने का खतरा भी बढ़ गया है। क्षेत्रवासियों ने तेजाब के इस्तेमाल की कड़े शब्दों में निंदा की है। नियमों के उलट किए जा रहे कार्यों से विभागीय कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इधर कोसी रेंज की वन क्षेत्राधिकारी सोनल पनेरु ने इसे दंडनीय अपराध करार दिया है। वन क्षेत्राधिकारी सोनल के अनुसार तेजाब के इस्तेमाल की कोई अनुमति नहीं होती है यदि ऐसा किया जा रहा है तो यह गलत है। वन क्षेत्राधिकारी ने मामले में लिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने का दावा किया है। बताया कि मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी।