= कोसी घाटी पहुंचने पर श्रद्धालुओं का हुआ स्वागत
= देश के अलग अलग प्रदेशो के बाबा भक्त है यात्रा में शामिल
= उत्तरकाशी बस हादसे में जान गंवाने वाले मध्यप्रदेश के श्रद्धालुओं की आत्मा की शांति के लिए की प्रार्थना
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
आदि कैलाश यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं का कोसी घाटी पहुंचने पर स्वागत किया गया। यात्रा में शामिल सदस्यों ने उत्तरकाशी बस हादसे में मारे गए गुजरात के 26 यात्रियों की आत्मा की शांति को प्रार्थना की। बाबा की जयकारों के साथ यात्रा अगले पढा़व चितई को रवाना हो गई। यात्रा में अलग-अलग प्रदेशों के श्रद्धालु शामिल है।
सोमवार को आदि कैलाश यात्रा पर निकले 38 श्रद्धालुओं का दल कोसी घाटी स्थित खैरना पहुंचा। खैरना स्थित केएमवीएन के पर्यटक आवश गृह पहुंचने पर श्रद्धालुओं का स्वागत किया गया । बाबा भोलेनाथ के जयकारों से समूचा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा। यात्रा में उड़ीसा, पटियाला, झारखंड, कोलकोता, गुजरात, विशाखापट्टनम के 20 पुरुष तथा 18 महिलाश्रद्धालु शामिल हैं। यात्रा में निकले गुजरात के अशोक कटारिया, कौशिक शाह, सुरेश चंद, कैलाश बेन पटेल, दिग्विजय सिंह, हर्ष तथा लता चंद्रवंशी, इति, शीला, राशि, प्रभा आदि श्रद्धालुओं ने यात्रा में जाने पर खुशी जताई। कहा कि उत्तराखंड का सौंदर्य अनुपम है। यह साक्षात देव भूमि है। यात्रा में शामिल सदस्यों ने उत्तरकाशी हाईवे पर हुए बस हादसे में मृतक श्रद्धालुओं की आत्मा की शांति को प्रार्थना की। बाद में कुछ घंटे रुकने के बाद श्रद्धालुओं का दल अल्मोड़ा के चितई के लिए रवाना हो गया। टीम के कोऑर्डिनेटर अक्षित नेगी तथा चरणजीत बिष्ट के अनुसार आठ दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद श्रद्धालु आदि कैलाश के दर्शन कर सकेंगे।