◾जीआइसी ढोकाने के भी भुजान जैसे हालात
◾ संस्कृत, अंग्रेजी व स्थाई प्रधानाचार्य तक का पद रिक्त
◾ विद्यालय में पर्यावरण मित्र तक का पद हैं खाली

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

पर्वतीय क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने के लाख दावे किए जाए पर धरातल में दावे खोखले साबित हो रहे हैं। अन्य विद्यालयों के साथ ही अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के भी हालात खराब है। हाइवे से सटे अटल उत्कृष्ट विद्यालय ढोकाने में शिक्षकों , प्रधानाचार्य समेत कार्यालय स्टाफ तक के पद रिक्त हैं। स्थानीय लोगों ने विद्यालय में समुचित शिक्षकों व स्टाफ की तैनाती की मांग उठाई है।

बडे़ बडे़ दावों के साथ राजकीय इंटर कॉलेजो को अटल उत्कृष्ट विद्यालयों का दर्जा दिया गया। उम्मीद थी की गांवों के नौनिहालों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी पर अब विद्यालयो की स्थिति सरकार के दावों को पलीता लगा रही है। जहां जीआइसी भुजान में की महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों के पद रिक्त हैं तो वहीं अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे से सटे अटल उत्कृष्ट विद्यालय ढोकाने में भी पिछले
एक वर्ष से अंग्रेजी व संस्कृत विषय के प्रवक्ताओं के पद रिक्त हैं। जबकि विद्यालय में 290 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। विद्यालय में स्थानी प्रधानाचार्य तक का पद भी रिक्त हैं। वहीं कार्यलय में कनिष्ठ सहायक, दफ्तरी, चतुर्थ श्रेणी के दो पद समेत पर्यावरण मित्र तक का पद रिक्त हैं। बामुश्किल विद्यालय में साफ सफाई व्यवस्था संचालित की जाती है। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य बिपिन कुमार सिंह के अनुसार रिक्त पदों की सूचना समय समय पर उच्चाधिकारियों को भेज दी जाती है। स्थानीय लोगों ने भी विद्यालय में रिक्त पदों पर तैनाती की मांग उठाई है। जल्द तैनाती न किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।