◼️ खेल मैदान के अभाव में तरस रहे नौनिहाल
◼️ जीआइसी ऊंचाकोट में शिक्षा विभाग के हाल गजब
◼️ क्षेत्रवासियों ने उठाई खेल मैदान निर्माण की मांग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
सुदूर पहाड़ों में स्थित विद्यालयों में शिक्षा विभाग के हाल भी अजब गजब है। विद्यालय में खेल शिक्षक की तैनाती तो है पर खेल मैदान ही नहीं है। मैदान न होने से खेल शिक्षक भी विद्यार्थियों को तराश नही पा रहे।
पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित विद्यालय शिक्षकों की कमी से तो जूझ रहे है।तो वहीं बेतालघाट ब्लॉक के जीआइसी ऊंचाकोट के हालात गजब है। विद्यालय में खेल शिक्षक तैनात हैं पर खेल मैदान ही नहीं है। जिससे विद्यार्थियों का भविष्य खेल की ओर चौपट है। एक ओर प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग खेलों के जरिए नौनिहालों का भविष्य बनाने का दावा करते है। लाखो रुपये खर्च कर खेल महाकुंभ जैसे आयोजन भी किए जाते पर जीआइसी ऊंचाकोट के हालात दावों को खोखला साबित कर रहे हैं। ग्रामीणों की मानें तो कई बार खेल मैदान बनाए जाने की मांग उठा दी गई है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। खेल मैदान ना होने व खेल शिक्षक की तैनाती होने पर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं अभिभावकों का कहना है कि खेल शिक्षक का लाभ भी नौनिहालों को नहीं मिल रहा। अभिभावकों में मामले को लेकर गहरा रोष व्याप्त है अभिभावक संघ अध्यक्ष आनंद बल्लभ शास्त्री ने खेल मैदान बनाए जाने की मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि उपेक्षा की गई तो ग्रामीणो को साथ लेकर लेकर ब्लॉक मुख्यालय में आंदोलन शुरु किया जाएगा।