🔳 खनन तस्कर पुलिस प्रशासन को दे रहे खुली चुनौती
🔳दिन में चोर रास्तों को बंद करने के बाद रात को किया जा रहा रास्ता तैयार
🔳नियमों की बलि दे धड़ल्ले से उतारे जा रहे डंपर
🔳 बेतालघाट – सेठी – ओखलढुंगा मार्ग बना खनन तस्करी का अड्डा
🔳डंपरों में चोरी का उपखनिज भर रातोंरात लगाया जा रहा ठिकाने
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
बेतालघाट घाटी में पुलिस प्रशासन की पकड़ ढीली पड़ते ही खनन तस्करों ने सक्रियता बढ़ा दी है। बेतालघाट – सेठी – मोटर मार्ग पर स्थित तमाम क्षेत्रों में खनन तस्कर कोसी नदी में भारी भरकम जेसीबी मशीनें उतार नदी का सीना चीर डाला रहे हैं। पुलिस प्रशासन व खनन विभाग को खुलेआम चुनौती दे रात के अंधेरे में अवैध खनन का खेल जारी है। ये हालत तब है जब प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अवैध खनन पर नकेल कसने को अधिकारियों को विशेष निर्देश भी दे चुके हैं।
बेतालघाट – सेठी – ओखलढुंगा मोटर मार्ग से सटी कोसी नदी पर अवैध खनन का काला कारोबार धड़ल्ले से जारी है बावजूद अवैध खनन पर अंकुश लगाने का जिम्मा संभालने वाले विभाग के अधिकारी अनजान हैं। सप्ताहभर से भी अधिक समय से लेहड़ा क्षेत्र में खनन तस्कर दिन ढलने के साथ ही मुख्य सड़क से बने चोर रास्ते से नदी में भारी-भरकम जेसीबी मशीनों को उतार नदी का सीना चीर डाल रहे हैं। काला कारोबार रात से सुबह तक बेरोकटोक जारी है। चोरी के उपखनिज को रातों-रात ठिकाने लगा दिया जा रहा है। मशीनों से हो रहे अवैध खनन से आगामी बरसात में भू-धंसाव का खतरा बढ़ने का खतरा भी बना हुआ है बावजूद सुध नही ली जा रही। खनन तस्कर जिम्मेदारों की आंखों में धूल झोंकने को मुख्य सड़क से नदी क्षेत्र को जोड़ने के लिए बनाए गए चोर रास्तों को दिन के वक्त बंद कर दें रहे हैं जबकि रात को उन्हीं रास्तों से मशीने व डंपर नदी क्षेत्र में पहुंच रहे हैं। लगातार हो रही उपखनिज चोरी से सरकार को राजस्व की सीधी चपत लगाई जा रही है तो वहीं रात को तस्करों के सक्रिय होने से क्षेत्र का माहौल भी अशांत होता जा रहा है। खनन तस्करी पर अंकुश न लगने से तमाम गंभीर सवाल भी खड़े होते जा रहे हैं। राजस्व उपनिरीक्षक कपिल कुमार के अनुसार जल्द छापेमारी अभियान चलाया जाएगा। खनन विभाग के साथ संयुक्त अभियान भी शुरु किया जाएगा। अवैध खनन पर सख्ती से अंकुश लगाया जाएगा।