🔳अस्पताल में तैनात तीन महिला चिकित्सक मेडिकल पीजी डिप्लोमा के लिए हुई रवाना
🔳उपचार को अस्पताल पहुंचने वाली महिलाएं मायूस होकर लौट रही वापस
🔳सीएचसी सुयालबाड़ी से भी महिला चिकित्सक पिथौरागढ़ सबंद्व
🔳सीएमओ ने किया जल्द व्यवस्था दुरुस्त करने का दावा
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं लगातार बिगड़ती जा रही है बावजूद सुधार को ठोस उपाय नहीं किए जा रहे। बिगड़ती व्यवस्थाओं का खामियाजा क्षेत्रवासियों को भुगतना पड़ रहा है सीएचसी गरमपानी में तैनात तीन महिला चिकित्सकों के मेडिकल पीजी डिप्लोमा के लिए जाने से व्यवस्था चरमरा गई है। उधर सीएचसी सुयालबाड़ी में भी एक महिला चिकित्सक को पिथौरागढ़ सबंद्व कर दिया गया हैं।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गरमपानी पर बेतालघाट ब्लॉक के सैकड़ों गांवों के बाशिंदों के साथ ही पड़ोसी ताड़ीखेत व रामगढ़ ब्लॉक के बाशिंदे भी निर्भर है। स्त्री रोग विशेषज्ञ की लंबे समय से तैनाती न होने से गर्भवती महिलाएं व महिला मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल रही। स्वास्थ्य विभाग ने थोड़ी बहुत राहत दिलाने को तीन महिला चिकित्सकों की तैनाती सीएचसी में की जिससे कुछ हद तक राहत भी मिल रही थी पर अब तीनों महिला चिकित्सकों के मेडिकल पीजी डिप्लोमा के लिए जाने से एक बार फिर संकट गहरा गया है। महिलाएं उपचार के लिए अस्पताल तो पहुंच रही है पर महिला चिकित्सकों के न होने से मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है। उपचार के लिए दूर दराज रुख करना मजबूरी बन चुका है। पिछले दो सप्ताह से भी अधिक समय से अस्पताल में एक भी महिला चिकित्सकों ने होने से तमाम परेशानियां खड़ी हो गई है। व्यवस्था चरमराने से पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों में भी गहरा रोष व्याप्त है। आरोप लगाया है की व्यवस्था दुरुस्त करने को ठोस उपाय नहीं किए जा रहे जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। जल्द महिला चिकित्सकों की तैनाती किए जाने की मांग उठाई है। इधर सीएचसी सुयालबाड़ी से भी एक महिला चिकित्सक को पिथौरागढ़ सबंद्व कर दिया गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. श्वेता भंडारी के अनुसार महिला चिकित्साधिकारियों की तैनाती को शासन को पत्राचार किया गया है। सीएचसी गरमपानी में फिलहाल आसपास के अस्पतालों से महिला चिकित्सकों को व्यवस्था पर भेजा जाएगा।