◼️ बेतालघाट ब्लॉक के विभिन्न गांवों में बनाए जाने थे 16 आंगनबाडी़ केंद्र
◼️महज 7 गांवों में कार्य गतिमान बाकी में नहीं रखी जा सके अब तक बुनियाद
◼️ बीडीओ का दावा जल्द अस्तित्व में आएंगे सभी आंगनवाड़ी केंद्र

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

केंद्र व राज्य सरकार पर्वतीय क्षेत्रों में विकास का खाका खींचने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही पर पहाड़ चढ़ते चढ़ते योजनाएं हांफ जा रही है। बेतालघाट ब्लाक के विभिन्न गांव में बनने वाले प्रस्तावित 16 आंगनबाड़ी केंद्रों में से आज तक एक भी आंगनबाड़ी केंद्र अस्तित्व में नहीं आ सका है। सात केंद्र निर्माणाधीन है। शेष केंद्रों में अभी कार्य शुरू भी नहीं हो सका है। हालांकि बीडीओ ने दावा किया है कि जल्द ही सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में कार्य शुरु करा लिया जाऐगा।
दरअसल बीते वर्ष बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण के लिए हरी झंडी मिली। गांव में प्राथमिक विद्यालय व पंचायत घरों में आंगनबाडी़ केंद्र संचालित हैं उम्मीद थी कि जल्द ही नौनिहालों को अपनी छत नसीब होगी तथा बुनियादी शिक्षा का कहकहा नौनिहाल अपनी छत के नीचे सीखेंगे। करीब सात 7.50 लाख रुपये की लागत से बनने वाले एक आंगनबाडी़ केंद्र को विशेष डिजाइन के साथ तैयार किया जाना था। शौचालय निर्माण के साथ ही जंगली जानवरों के आतंक से बचने को बकायदा केंद्र के चारों को मजबूत सुरक्षा दीवार का निर्माण होना था। ब्लाक के सीम, रतौडा़, तल्लागांव, अमेल, रिखोली, तिवाडीगांव, लोहाली, पाडली, ओडा़बास्कोट, जोशीखोला, थुआब्लाक, कटिमी गजार, गैरखाल, तल्ला वर्धो, फडी़का, पांगकटारा गांवों में आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण प्रस्तावित हुए पर सालभर बीतने के बाद अब तक महज सात गांवों में ही आंगनबाडी़ केंद्रों का कार्य शुरू हो सका है बाकी शेष केंद्रों में अभी निर्माण कार्यो की शुरुआत भी नहीं हो सकी है ऐसे में नौनिहालों का अपनी छत के नीचे बुनियादी शिक्षा ग्रहण करने का सपना अधूरा ही है। निर्माण कार्यों के लिए ढाई लाख रुपए बाल विकास विभाग तथा शेष पांच लाख रुपये की धनराशि मनरेगा योजना के तहत निर्माण कार्यों में लगाई जानी थी। बेतालघाट के खंड विकास अधिकारी केएन शर्मा के अनुसार सात गांवों में कार्य गतिमान है। दावा किया है कि जल्द अन्य गांवों में भी आवश्यक कार्रवाई पूरी कर निर्माण कार्य शुरू कराए जाएंगे।