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= नशे के सौदागरों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी
= बाल संरक्षण आयोग ने तेज की तैयारी
= नोडल अधिकारी करेंगे निगरानी, साथ मिलकर काम करेंगे कई विभाग


((हेमंत साह की रिपोर्ट)))

प्रदेशभर के सभी जनपदों में बालमित्र थाने खोले जाने की कवायद के बीच अब बाल आयोग ने नशे के खिलाफ अभियान चलाने पर भी रणनीति तैयार कर ली है। इसके लिए बकायदा सभी जनपदों में विशेष टास्क फोर्स का गठन होगा। इसके लिए बाल आयोग ने तैयारी तेज कर दी है।
पहाड़ों में बढ़ते नशे पर अंकुश लगाने तथा नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसने के लिए बाल संरक्षण आयोग विशेष अभियान चलाएगा। विभिन्न विभागों को साथ लेकर उनकी जिम्मेदारी तय की जाएगी। बकायदा नोडल अधिकारी इसकी रोजाना मॉनिटरिंग करेंगे। नशे की जद में आने वाले नौनिहालों को नशे की ओर जाने से रोका जा सके इसके लिए विशेष जागरुकता कार्यक्रम भी होंगे वही पहाड़ों में नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसने को भी विशेष कदम उठाए जाएंगे। बाल संरक्षण आयोग के अनुसार प्रदेश के सभी तेरह जनपदों में विशेषता टास्क फोर्स का भी गठन किया जाएगा ताकि बढ़ते नशे पर सख्ती से अंकुश लग सके।
नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किए जाने की भी योजना
बाल आयोग अब नशा मुक्ति केंद्र भी स्थापित करेगा। आबकारी विभाग से मिलने वाले टैक्स से विभिन्न जागरुकता कार्यक्रम तथा नशा मुक्ति केंद्र में विशेष सुविधाएं स्थापित की जाएंगी बकायदा हल्द्वानी व देहरादून से इसकी शुरुआत होगी। राजधानी स्थित बाल संरक्षण आयोग के मुख्यालय से मॉनिटरिंग भी की जाएगी।
नशा मुक्ति केंद्रों की भी खंगाली जाएगी कुंडली
प्रदेश में संचालित हो रहे निजी नशा मुक्ति केंद्रों की कुंडली भी खंगालने की योजना प्रस्तावित कर दी गई है। आयोग प्रदेश भर के निजी नशा केंद्रों के कार्यों की निगरानी करेगा। कार्यों की भी पता लगाया जाएगा। साथ ही प्रदेश भर में निजी नशा मुक्ति केंद्रों को अनापत्ति प्रमाण पत्र कहां से मिले हैं तथा नियमों का पूरा पालन किया जा रहा है या नहीं इसका भी पता लगाया जाएगा।
नशे पर अंकुश को बाल आयोग गंभीर है। सभी जनपदों में टास्क फोर्स का गठन कर नोडल अधिकारी के माध्यम से रोजाना मॉनिटरिंग की जाएगी। नशे के सौदागरों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। हल्द्वानी व देहरादून से नशा मुक्ति केंद्र स्थापित करने की शुरुआत की जा रही है।
– ऊषा नेगी, अध्यक्ष, बाल संरक्षण आयोग,देहरादून।