🔳गोलियां न मिलने से मायूस होकर लौट रही गर्भवती महिलाएं
🔳बाजार से मंहगे दामों पर खरीदना बना मजबूरी
🔳फार्मासिस्ट ने किया जल्द वितरित करने का दावा
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

गांवों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। गर्भवती महिलाओं को कैल्शियम की गोलियां तक नसीब नहीं हो रहा है। महिलाओं ने दो महिने से भी अधिक समय से गोलियां न मिलने का आरोप लगाया है जबकि सीएचसी गरमपानी में तैनात पवन पांडे ने महज दो-तीन दिन पहले ही गोलियां समाप्त होने का दावा किया है।
गांवों में स्थित अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों व सुविधाओं के अभाव के कारण लोग दूरदराज रुख करने को मजबूर हैं। बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध न होने से गांवों के बाशिंदों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अब अस्पतालों में दवाइयां भी नसीब नहीं हो रही। हालात इतने बिगड़ चुके है की गर्भवती महिलाओं को कैल्शियम की गोलियां तक नसीब नहीं हो रही। तमाम गांवों के मध्य में स्थित सीएचसी गरमपानी में ही कैल्शियम की गोलियां न मिलने से महिलाओं को गोलियां बाजार से खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। सीएचसी में गोलियां उपलब्ध न होने पर व्यापारियों व पंचायत प्रतिनिधियों ने गहरी नाराजगी भी जताई है। विरेन्द्र सिंह, महेंद्र सिंह, गजेन्द्र नेगी के अनुसार जब कैल्शियम जैसी गोलियां ही उपलब्ध नहीं कराई जा रही तो अन्य सुविधाएं भी राम भरोसे हैं। लोगों ने दो महिने से भी अधिक समय से कैल्शियम की गोलियां न दिए जाने का आरोप लगाया है। सीएचसी में तैनात फार्मासिस्ट पवन पांडे के अनुसार हल्द्वानी स्थित सीएमएसडी से एक वर्ष से आपूर्ति नहीं है रही है। बाजार से खरीदी गई गोलियां समाप्त हो चुकी है। दोबारा फिर गोलियां खरीदी वितरित की जाएगी।