◾कास्तकारो को साथ लेकर धरने पर बैठने का ऐलान
◾ गांवों में आय का एकमात्र साधन खेती बाड़ी चौपट
◾ दो वर्षों से ध्वस्त पड़ीं है पाडली सिंचाई नहर
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
सिंचाई नहर से दो वर्ष बाद भी कास्तकारो को पानी न मिलने से अब पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों का सब्र जवाब देने लगा है। ग्राम प्रधान घूना जया किशोर ने पाडली नहर को जल्द दुरुस्त न किए जाने पर किसानों को साथ लेकर धरने पर बैठने की चेतावनी दी है। आरोप लगाया है की कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद अनदेखी की जा रही है जिसे अब कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बेतालघाट ब्लॉक के घूना, पाडली तथा रातीघाट के करीब सौ से ज्यादा कास्तकारो के खेतों तक पानी पहुंचाने को वर्षों पूर्व शिप्रा नदी से सिंचाई नहर का निर्माण किया गया। बीते दो वर्ष पूर्व मूसलाधार बारिश के बाद उफान में आई शिप्रा नदी ने सिंचाई नहर को भारी नुकसान पहुंचाया तब से अब तक नहर को दुरुस्त नहीं किया जा सका है। सिंचाई नहर के दुरुस्त ना होने से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है गांवों में आय का एकमात्र साधन खेती-बाड़ी चौपट हो चुकी है जिस कारण लोगों में भारी नाराजगी है ग्राम प्रधान जया किशोर ने संबंधित विभाग पर गांव की उपेक्षा का आरोप लगाया है कहा कि कई बार विभिन्न मंचों से आवाज उठाई जाने व विभागीय अधिकारियों को पत्राचार किए जाने के बावजूद सिंचाई नहर दुरुस्त नहीं की जा रही जिसका खामियाजा काश्तकारों को उठाना पड़ रहा है दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द नहर की मरम्मत नहीं की गई तो फिर काश्तकारों को साथ लेकर धरना शुरू किया जाएगा।