= दूरदराज से पानी ढोना मजबूरी
= तीस से ज्यादा परिवार झेल रहे परेशानी
(((हरीश कुमार)/पंकज भट्ट/हरीश कुमार/मदन सिंह की रिपोर्ट)))
लोहाली थुआ ब्लाक मोटर मार्ग पर स्थित जाड़ापानी क्षेत्र में गांव के लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। दूरदराज स्थित प्राकृतिक जल स्रोत से पानी ढोना मजबूरी बन चुका है। बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है ग्रामीणों ने पेयजल व्यवस्था सुधार की मांग उठाई है।
जाडा़पानी क्षेत्र के करीब तीस से ज्यादा परिवार बूंद-बूंद पानी को मोहताज हैं। आपदा को छह माह बीतने के बावजूद कोई सुध न लिए जाने से ग्रामीणों का पारा चढ़ते ही जा रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि कई बार पेयजल व्यवस्था में सुधार को मांग उठाई जा चुकी है बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। चिलचिलाती धूप में दूरदराज से पानी ढोना मजबूरी बन चुका है। सुदूर प्राकृतिक जल स्रोत पर स्थित टैंक की सफाई भी खुद की गई है तब जाकर बमुश्किल पानी उपलब्ध हो रहा है। विभागीय अधिकारी सुध नहीं ले रहे जिससे गांव के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने तत्काल पेयजल व्यवस्था में सुधार की मांग उठाई है।