= ग्रामीण खुद पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटे
= पीएमजीएसवाई विभाग पर लगाया उपेक्षा का आरोप

(((कुबेर जीना/पंकज भट्ट/हरीश चंद्र की रिपोर्ट)))

सड़क निर्माण में ध्वस्त हुई पेयजल लाइन को पांच वर्ष बाद भी नहीं जोड़ा जा सका। पेयजल संकट से परेशान आखिरकार ग्रामीण खुद पेयजल लाइन दुरुस्त करने में जुट गए हैं। ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई विभाग पर गांव की उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाया है।
दरअसल पांच वर्ष पूर्व सिरसा गांव को सड़क सुविधा से जोड़ने के लिए अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे से रोड निर्माण का कार्य शुरू हुआ। विभागीय लापरवाही के चलते पांच वर्ष बीतने के बावजूद आज तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। ग्रामीणों के चढ़ते तेवर देख अब बामुश्किल रोड निर्माण का कार्य शुरू किया गया है पर सड़क निर्माण की शुरुआत में ही भारी-भरकम लोडर मशीन ने खीनापानी, नैनीपुल चौलीखेत गांव के करीब तीस से ज्यादा परिवारों को आपूर्ति की जाने वाली पेयजल लाइन तोड़ दी। ग्रामीण कई बार पेयजल लाईनो को दुरुस्त करने की मांग उठाते रहे पर कार्यदाई संस्था पीएमजीएसवाई ने सुध ही नहीं ली। आखिरकार अब ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत मद से योजना की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया है। स्थानीय कुबेर सिंह जीना, कुंदन सिंह, मोती सिंह, खीम सिंह, आनंद सिंह आदि ने आरोप लगाया है कि जब विभाग को रोड निर्माण के लिए बजट स्वीकृत है तो लाइन को दुरुस्त करने का जिम्मा भी संबंधित विभाग का है। विभाग लापरवाही पर आमादा है अब ग्रामीणों ने घाट के गधेरे से पेयजल आपूर्ति को कार्य शुरू कर दिया है। ग्रामीणों ने उपेक्षा पर रोष भी जताया है।