◾ सुदूर गांवों में सैकड़ों परिवार आज भी कर रहे सुविधा का इंतजार
◾ग्रामीणों ने उठाई अस्पताल स्थापित करने की मांग
◾ दो टूक दी चेतावनी, उपेक्षा नहीं होगी बर्दाश्त

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

गांवों में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लाख दावे किए जाएं पर आज भी लोग स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दूरदराज रुख करने को मजबूर हैं। काकड़ीघाट खूंट मोटर मार्ग पर तमाम गांवों के लोग बेहतर स्वास्थ सुविधा के लिए अल्मोड़ा, सुयालबाडी व गरमपानी पर निर्भर है। गंभीर मरीजों को दूरदराज ले जाने पर जिंदगी का संकट भी बना रहता है। ग्रामीणों ने गांवों के मध्य में स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।
तमाम गांवों को जोड़ने वाले खूंट – काकड़ीघाट मोटर मार्ग पर एक दर्जन से भी ज्यादा गांव स्थित है बस नहीं है तो एक अदर स्वास्थ्य केंद्र। जिस कारण गांव के लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मोटर मार्ग पर बेड़गांव, रैंगल, सिद्धपुर, कमान, सैंज, सरना समेत तमाम गांव स्थित है। गांवों में सैकड़ों परिवार रहते हैं पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का अभाव होने से लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार मांग उठाए जाने के बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है। गांव के लोग स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दूर दराज रुख करने को मजबूर हैं। कभी कभी मरीजों को दूर दराज ले जाने में उनकी जिंदगी पर भी संकट गहरा जाता हे। स्थानीय महेंद्र सिंह रौतेला, कुबेर सिंह, चंद्रशेखर, बालम सिंह आदि ने गांवो के मध्य में स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जाने की मांग उठाई ताकि गांवों के लोग लाभान्वित हो सके। दो टूक चेतावनी दी है कि उपेक्षा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।