🔳भीषण गर्मी के बीच सिर पर ढो रहे पानी के बर्तन
🔳मवेशियों को भी दूर दराज ले जाना बनी मजबूरी
🔳जल जीवन मिशन योजना भी हो चुकी फेल
🔳एक वर्ष पूर्व लाइन बिछाने के बाद भी नहीं टपक रही पानी की बूंद
🔳ग्राम प्रधान ने पेयजल टैंकर से आपूर्ति किए जाने की उठाई मांग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

प्राकृतिक जल स्रोतों के सूखने से गांवों में पीने के पानी को हाहाकार मजा हुआ है। जल जीवन मिशन योजना भी फेल हो चुकी है ऐसे में ग्रामीण तीन किमी दूर से पानी ढोने को मजबूर है। ग्राम पंचायत ज्योग्याडी के तमाम तोकों में बूंद बूंद पानी का संकट बना हुआ है। ग्राम प्रधान के अनुसार लगातार पेयजल टैंकर से आपूर्ति की मांग उठाए जाने के बावजूद सुध नहीं ली जा रही जिसका खामियाजा गांव के बाशिंदों को पकड़ना पड़ रहा है।
बेतालघाट ब्लॉक के ग्राम पंचायत ज्योग्याडी जजुला, चौड़ा, फल्याणी, बमाटाना आदि गांव में पेयजल संकट गहराने से सैकड़ो परिवार परेशान है। बूंद बूंद पानी के लिए गांव के बाशिंदे तीन किमी दूर से सिर पर पानी के बर्तन रख घरों तक पहुंचाने को मजबूर हो चुके हैं। सुबह से शाम तक पानी ढोने का सिलसिला जारी है। मवेशियों तक के तीन किमी दूर ले जाकर हलक तर कर रहे हैं जिससे पशुपालन पर भी संकट गहरा गया है। स्थानीय हरीश गिरी के अनुसार एक वर्ष पूर्व जल जीवन मिशन योजना की लाइन भी बिछाई जा चुकी है बावजूद आज तक योजना से पानी की बूंद तक नसीब नहीं हुई है। जल जीवन मिशन योजना भी फेल साबित हो चुकी है‌। ग्राम प्रधान शीला देवी के अनुसार जल संस्थान के अधिकारियों से कई बार पेयजल टैंकर के माध्यम से पानी की आपूर्ति की मांग उठाई जा चुकी है बावजूद सुध नहीं ले जा रही। लगातार गांव की अपेक्षा की जा रही है ग्राम प्रधान ने उपजिलाधिकारी कोश्या कुटोली को पत्र भेज कर गांव में पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करवाने तथा टैंकर से पेयजल आपूर्ति किए जाने की मांग उठाई है। दो टूक कहा की यदि जल्द व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो फिर ग्रामीणों को साथ लेकर जल संस्थान के कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।