🔳 पहले वाहन के बाद अब दूसरे वाहन में भी आई तकनीकी खराबी
🔳 सेवा उपलब्ध न होने से सैकड़ों गांवों के बाशिंदे परेशान
🔳 टैक्सी वाहनों में पैसा खर्च कर हायर सेंटर पहुंच रहे मरीज
🔳 बदहाल व्यवस्था पर पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों ने जताई नाराजगी
🔳 प्रभारी ने किया जल्द व्यवस्था दुरुस्त करने का दावा
[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]

पहाड़ों में जीवनदायिनी के नाम से पहचान रखने वाली 108 सेवा सुयालबाड़ी में लंबे समय से बिमार है। एक के बाद अब दूसरे वाहन में तकनीकी खराबी आने से मरीजों को सेवा का लाभ ही नहीं मिल पा रहा है। लगातार बिगड़ती स्थिति पर पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों ने नाराजगी जताई है। 108 सेवा प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए है। सेवा के जिला प्रभारी सीपी टम्टा के अनुसार वाहन की मरम्मत करवाई जा रही है जल्द सेवा सुचारु हो जाएगी।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे व तमाम गांवों के मध्य में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुयालबाड़ी में आपातकालीन 108 सेवा चरमरा गई है। पहले दो सप्ताह तक वाहन न होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बामुश्किल दूसरा वाहन उपलब्ध हुआ ही था की अब उसमें भी तकनीकी खराबी आ गई है। सप्ताहभर से अस्पताल में आपातकालीन 108 सेवा ठप पड़ी हुई है। रामगढ़, ताड़ीखेत, हवालबाग ब्लॉक के सैकड़ों गांवों के लोग सीएचसी सुयालबाड़ी पर निर्भर है। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर दुर्घटना के घायलों को भी सीएचसी ही लाया जाता है पर आपातकालीन 108 सेवा उपलब्ध न होने से हायर सेंटर रेफर किए गए मरीजों को तमीरदार टैक्सी वाहनों के जरिए हायर सेंटर ले जाने को मजबूर हैं। ग्राम प्रधान इंदु जीना ने आरोप लगाया की सरकार से भारी-भरकम बजट लेने के बावजूद 108 प्रबंधन सेवा का लाभ नहीं दे रहा। लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ पर आमादा है। व्यापारी नेता दीक्षय जोशी ने प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई है। आरोप लगाया की महत्वपूर्ण अस्पताल में 108 प्रबंधन लापरवाही पर आमादा है। कुबेर सिंह जीना, गोपाल सिंह कनवाल, भीम सिंह, भास्कर कर्नाटक, पंकज नेगी आदि ने जल्द व्यवस्था में सुधार न किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। 108 प्रबंधन के जिला प्रभारी सीपी टम्टा के अनुसार वाहन की मरम्मत का कार्य अंतिम चरण में है। जल्द वाहन उपलब्ध करा व्यवस्था दुरुस्त कर दी जाएगी।

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