🔳 युवा कल्याण व प्रांतीय रक्षक दल कार्यालय ने जारी किया आदेश
🔳 बजट को बताया कारण, जवान हुए मायूस
🔳 बेतालघाट ब्लॉक से ही 18 जवान शामिल
🔳 पर्यटन सीजन की शुरुआत में ही जवानों को हटाने पर विभागीय कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
🔳 जिला युवा कल्याण अधिकारी बोले – बजट मिलते ही बुलाएंगे वापस
[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]
कैंची धाम समेत विभिन्न स्थानों पर यातायात व शांति व्यवस्था बनाए रखने में मुस्तैद रहने वाले पीआरडी जवानों पर बेरोजगारी का संकट गहरा गया है। बजट के अभाव में फिलहाल पचास से ज्यादा जवानों की डूयूटी पर ब्रेक लग गया है। जवानों के हटने से अव्यवस्था हावी होना लाजिमी है। जिला युवा कल्याण अधिकारी प्रतीक जोशी के अनुसार बजट समाप्त हो चुका है। निदेशालय से दोबारा बजट मिलते ही सभी जवानों को तैनाती दे दी जाएगी।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर लगने वाले जाम को खुलवाने में अहम भागीदारी निभाने वाले पीआरडी जवानों की अब फिलहाल घरों को वापसी हो गई है। कैची धाम क्षेत्र, खैरना चौराहे व विभिन्न चौकी व थाना क्षेत्र में डूयूटी दे रहे करीब पचास से भी ज्यादा पीआरडी जवानों की सेवाएं बजट के अभाव में प्रभावित हो गई है। इनमें से अकेले बेतालघाट ब्लॉक से ही 18 जवान शामिल हैं। युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल कार्यालय से बकायदा सेवाएं रोकने को फरमान भी जारी कर दिया गया। आदेश के अनुसार पर्यटन व चारधाम तथा शांति व्यवस्था, यातायात व्यवस्था को डूयूटी में तैनात पीआरडी जवानों को बजट समाप्त होने के कारण फिलहाल डूयूटी से प्रथक कर दिया गया है। डूयूटी से हटाए जाने पर जहां एक ओर जवान मायूस है वहीं व्यवस्थाओं के प्रभावित होने का अंदेशा भी बढ़ गया है। ठिक पर्यटन सीजन की शुरुआत में ही पीआरडी जवानों को डूयूटी से हटाए जाने पर विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने भी नाराजगी जताई है। आरोप लगाया की जाम समेत अन्य व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के लिए अतिरिक्त जवानों की तैनाती करने के बजाय विभाग ने पूर्व से डूयूटी में तैनात जवानों को हटाकर लापरवाही का प्रमाण दिया है। लोगों ने जवानों को जल्द डूयूटी में वापस तैनात किए जाने की मांग उठाई है। जिला युवा कल्याण अधिकारी प्रतीक जोशी के अनुसार प्रत्येक वर्ष नए वित्तीय वर्ष में निदेशालय से बजट उपलब्ध होता है। बजट उपलब्ध होते ही सभी हटाए गए पीआरडी जवानों को दोबारा तैनाती दे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।