🔳 हाईवे पर बड़ रहे धंसाव से कभी भी आवाजाही ठप होने का अंदेशा
🔳 जान जोखिम में डाल वाहनों की आवाजाही को मजबूर हुए यात्री व पर्यटक
🔳 लंबे समय बाद भी स्थाई समाधान न होने से व्यापारियों व पंचायत प्रतिनिधियों में रोष
🔳 एनएच प्रशासन ने बढ़ाई निगरानी, नदी क्षेत्र से किए जा रहे कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
[[[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]]
कुमाऊं की लाइफ़ लाइन पर अस्तित्व पर एक बार फिर संकट गहरा गया। क्वारब क्षेत्र में खस्ताहाल पहाड़ी के ठिक नीचे हाईवे पर धंसाव बढ़ने से आवाजाही भी खतरनाक हो गई है। यात्री व पर्यटक जान जोखिम में डाल आवाजाही को मजबूर हो चुके हैं। एनएच के अधिशासी अभियंता अशोक कुमार चौधरी के अनुसार हाईवे की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। हाईवे की बुनियाद की ओर किए जा रहे कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर जहां जाम एक बड़ी समस्या बन चुकी है वहीं क्वारब क्षेत्र में लगातार दरक रही पहाड़ी के नीचे से यात्रियों व पर्यटकों के लिए आवाजाही करना किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। लंबे समय से पहाड़ी के खतरनाक रुख अख्तियार कर लेने व पहाड़ी से लगातार भूस्खलन होने से हाईवे को भी लगातार नुकसान पहुंच रहा है। खतरा टालने को एनएच प्रशासन करीब 13 करोड़ रुपये की लागत से हाईवे को बचाने के लिए नदी क्षेत्र की ओर से सुरक्षात्मक कार्य भी खरवा रहा है बावजूद खतरा टलने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार को खस्ताहाल पहाड़ी के ठिक नीचे से गुजर रहे हाईवे के एक हिस्से पर भू-धंसाव शुरु होने से खतरा कई गुना बढ़ गया है। वाहन चालक बामुश्किल खतरे के बीच वाहनों को आगे बढ़ा रहे हैं। दोपहर में एनएच के अवर अभियंता जगदीश पपनै ने यातायात रुकवा लोडर मशीनों की मदद से हाईवे को आवाजाही लायक बनवाया। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कुबेर सिंह जीना, गजेंद्र सिंह नेगी, मनीष तिवारी, विरेन्द्र सिंह बिष्ट, सुनील मेहरा, पंकज नेगी के अनुसार लंबे समय बाद भी खतरा टालने को स्थाई उपाय नहीं किए जा सकें है जिसका खामियाजा आवाजाही करने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है। लगातार बढ़ रहे भू-धंसाव से कभी भी बड़ी अनहोनी सामने आने का खतरा भी बना हुआ है बावजूद एनएच प्रशासन स्थाई समाधान को कदम नहीं उठा रहा। पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों ने अंदेशा जताया की यदि हल्की बारिश भी हुई तो महत्वपूर्ण हाईवे भू-धंसाव की जद में आकर ध्वस्त हो जाएगा और लंबे समय तक आवाजाही ठप होने का अंदेशा है। दो टूक चेताया की यदि हिलाहवाली की गई तो आंदोलन की रुपरेखा तैयार की जाएगी। एनएच के अधिशासी अभियंता अशोक कुमार चौधरी के अनुसार लगातार हाईवे की मॉनिटरिंग की जा रही है। स्थलीय निरीक्षण भी किया जा रहा है। यातायात सुचारु रखने के साथ ही सुरक्षात्मक कार्य भी करवाए जा रहे। प्रयास किया जा रहा है की कार्य जल्द से जल्द पूरे कर लिए जाएं।