🔳 तीन वर्ष पूर्व से शुरु हुआ कार्य अधर में लटका
🔳 कई परिवार आज भी कर रहे योजना से कनेक्शन का इंतजार
🔳 करोड़ों रुपये की योजना से लाभ न मिलने से चढ़ा ग्रामीणों का पारा
🔳 जल्द पेयजल आपूर्ति शुरु न करने पर गांव में धरना शुरु करने का ऐलान
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]
बेतालघाट ब्लॉक के घंघरेठी गांव के सैकड़ों परिवार डेढ़ करोड़ रुपये की पेयजल योजना से पानी की बूंद टपकने का इंतजार कर रहे पर योजना अधर में लटकी हुई है। दो वर्ष का लंबा समय बीतने के बावजूद आज तक योजना अस्तित्व में ही नहीं आ सकी है। ग्राम प्रधान कुंदन नेगी व ग्रामीणों ने योजना का कार्य अधूरा पड़ा होने पर रोष जताया है। जल्द ही गांव में अनिश्चितकालीन धरना शुरु करने की चेतावनी दी है।
केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में सफेद हाथी बन चुकी है। करोड़ों रुपये का बजट खर्च होने के बावजूद गांवों के लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। ब्लॉक मुख्यालय से सटे घंघरेठी गांव में भी हालात विकट है। दो वर्ष पूर्व गांव में पानी का सूखा खत्म करने को योजना निर्माण के लिए सरकार ने डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक का बजट उपलब्ध कराया। उम्मीद थी की ग्रामीणों को समुचित पेयजल उपलब्ध हो सकेगा तथा पेयजल संकट खत्म होगा पर लंबा समय बीतने के बावजूद आज तक सैकड़ों परिवार बूंद बूंद पानी को तरस रहे हैं। हालात ऐसे हैं की कार्यदाई संस्था के ठेकेदार को पेयजल निगम रामनगर करीब चालीस लाख रुपये के आसपास भुगतान भी कर चुका है पर योजना के कार्य अधूरे पड़े हैं। ग्राम प्रधान कुंदन नेगी के अनुसार कई घरों में अब तक कनेक्शन ही नहीं हो सके हैं। पेयजल टैंक सूखे पड़े है। करोड़ों रुपये का बजट उपलब्ध होने के बावजूद वर्तमान में कार्य ठप पड़े हुए हैं। स्थानीय पुष्कर सिंह, राम सिंह, अनुप सिंह, चंपा देवी, गंगा देवी, गणेश सिंह, लक्ष्मण सिंह, मदन सिंह, भगत सिंह, सोबन सिंह, पीतांबर, लक्ष्मण, रमेश आदि ग्रामीणों ने भी योजना की हालत पर रोष जताया है। जल्द योजना से लाभान्वित न किए जाने पर गांव में धरना शुरु करने की चेतावनी दी है। पेयजल निगम रामनगर की अधिशासी अभियंता पल्लवी चौधरी के अनुसार दो बार बोरिंग करवाई गई पर पानी उपलब्ध नहीं हो सका है। प्रयास किया जा रहा है की गांव में जल्द आपूर्ति सुचारु हो सके।