आड़ू, पुलम व खुमानी की पैदावार हुई बर्बाद
खेतों की हालत देख किसान हुए मायूस
बेतालघाट व रामगढ़ ब्लॉक के गांवों में किसानों को भारी नुकसान
धरतीपुत्रों ने सरकार से लगाई मुआवजे की गुहार
[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]
मौसम की मार झेल रहे फल व सब्जी उत्पादक किसानों को ओलावृष्टि ने भारी नुकसान पहुंचा दिया है। बेतालघाट व रामगढ़ ब्लॉक के तमाम गांवों में ओलावृष्टि ने आड़ू, पुलम व खुमानी की उपज को चौपट कर दिया है। फलों के बर्बाद होने से बेहतर उत्पादन की आस लगाए किसानों के सपने भी टूट गए हैं। लगातार नुकसान उठा रहे किसान अब मायूस भी हो चुके हैं।
बेतालघाट ब्लॉक के बारगल, कफूल्टा, गरजोली, सिल्टोना, सीम, बजेडी, खलाड, सिमराड़ समेत तमाम गांव फल व सब्जी उत्पादक बेल्ट के नाम से जाने जाते हैं। यहां के फल व सब्जियां की हल्द्वानी, लखनऊ, दिल्ली समेत कई बड़े महानगरों में तक धाक है। इस वर्ष किसानों को बेहतर पैदावार की उम्मीद थी पर बीते रोज हुई ओलावृष्टि ने किसानों की उम्मीद धराशाई कर दी है। ओलावृष्टि की चपेट में आने से आड़ू, पुलम व खुमानी के फल पेड़ों से टूटकर ज़मीन में गिरे हैं वहीं कई सब्जियों की पौध को भी ओलों की मार ने तहस नहस कर डाला है। खेतों की हालत देख किसान बेहद मायूस हो गए हैं। किसानों के अनुसार लगातार नुकसान होने से अब खेती किसानी से मोहभंग होता जा रहा है। बैंकों का ऋण लगातार बढ़ रहा है मुनाफा तो दूर बैंक की किस्त लायक तक आमदनी नहीं हो पा रही। ओलावृष्टि से फल पूर्णतः बर्बाद हो चुके हैं। रामगढ़ ब्लॉक के हरिनगर व ताड़ीखेत गांव में किसानों को ओलावृष्टि से भारी नुकसान पहुंचाया है। किसान उमेश चन्द्र शर्मा, भुवन चंद्र जोशी, शिवदत्त, अनुप सिंह, गुड्डू गरजौला, उमेश बर्गली, गोधन सिंह, सोबन सिंह, जीतू बर्गली, चंदन सिंह आदि के अनुसार ओलावृष्टि ने बेहतर पैदावार की उम्मीद को तोड़ डाला है। किसानों ने राज्य सरकार से नुकसान का उचित मुआवजा दिए जाने की पुरजोर मांग की है।