🔳 विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से ग्रामीणों में गहरी नाराजगी
🔳 तीन करोड़ रुपये की पेयजल योजना में अनियमितता की भरमार
🔳 तय समय बीतने के बावजूद आज तक नहीं हो सका योजना का कार्य पूरा
🔳 सरकार ने छड़ा व खैरना क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति को उपलब्ध कराया है भारीभरकम बजट
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित खैरना व छड़ा क्षेत्र में पानी का सूखा खत्म करने को स्वीकृत तीन करोड़ रुपये से भी अधिक की पंपिंग पेयजल योजना का कार्य तय समय बीतने के बावजूद अधर में लटके होने से ग्रामीणों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। छड़ा गांव में एक वर्ष पूर्व पेयजल टैंक निर्माण के बावजूद आज तक पानी की बूंद तक टैंक में तक नहीं पहुंचने से क्षेत्रवासियों ने कार्यदाई संस्था की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए है।
दरअसल खैरना व छड़ा गांव के सैकड़ों परिवारों को लाभान्वित करने को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट जल जीवन मिशन योजना के तहत कोसी नदी क्षेत्र से पंपिग पेयजल योजना का खाका तैयार किया गया। केंद्र सरकार ने जल संस्थान को बकायदा तीन करोड़ रुपये से अधिक का बजट उपलब्ध करा दिया। उम्मीद थी की योजना से पानी की आपूर्ति शुरु होने से दोनों ही गांवों में पानी का संकट खत्म हो सकेंगा। योजना के निर्माण में शुरुआत से अनियमितता हावी होने से लोगों ने सवाल उठाए पर अफसर अनदेखी पर आमादा रहे। नतीजतन योजना निर्माण के लिए तय किया गया समय बीतने के बावजूद कार्य आज तक पूरा नहीं किया जा सका है। छड़ा गांव में करीब एक वर्ष पूर्व बने पेयजल टैंक में तो आज तक पानी की बूंद नहीं टपक सकी है। सूखा टैंक विभागीय अधिकारियों व ठेकेदार की मिलीभगत की ओर इशारा कर रहा है। स्थानीय विरेन्द्र सिंह बिष्ट, चंदन सिंह, संजय सिंह, मनोज बिष्ट, जीवन सिंह, विजय सिंह, पूरन सिंह, दीवान सिंह, दीपक, भरत सिंह बिष्ट, भुवन सिंह, नारायण सिंह आदि ने विभागीय अधिकारियों के लापरवाह रवैए पर गहरा रोष जताया है। आरोप लगाया की यहीं हालात रहे तो एक दिन पेयजल टैंक खुद ही जर्जर हालत में पहुंच जाएगा ग्रामीणों ने जल्द पेयजल आपूर्ति सुचारु किए जाने पर जोर दिया है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि जल्द आपूर्ति सुचारु नही की गई तो फिर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।