🔳 मोटर मार्ग के अस्तित्व पर मंडरा रहे खतरे को देख हरकत में विभाग
🔳 भूवैज्ञानिक ने देखे मोटर मार्ग के हालात
🔳 बारिश से उफान में आई शिप्रा नदी से पहुंचा है भारी नुकसान
🔳 सड़क का दो सौ मीटर हिस्सा चढ़ चुका नदी की भेंट
🔳 अस्थाई सड़क तैयार कर बामुश्किल सुचारु की गई है आवाजाही
[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]]

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से बेतालघाट ब्लॉक के दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण रातीघाट – जाख – बुधलाकोट मोटर मार्ग का भविष्य भूगर्भीय सर्वे रिपोर्ट से तय होगा। रिपोर्ट उपलब्ध होने के बाद संबंधित विभाग मोटर मार्ग का अस्तित्व बचाने को प्रस्ताव तैयार करेगा। लोनिवि के सहायक अभियंता के अनुसार सर्वे कराया जा चुका है। रिपोर्ट मिलते ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
हाइवे से जाख, चौरसा, घूना, चकबिसौत, बुधलाकोट, बारगल, कफूल्टा, गरजोली समेत आसपास के दर्जनों गांवों के लोग रातीघाट – जाख – बुधलाकोट मोटर मार्ग पर निर्भर है। गांवों के किसान भी इसी मोटर मार्ग से उपज को हाइवे तक पहुंचाते हैं। जहां से उपज बड़ी मंडियों को भेजी जाती है। स्कूली बच्चों व ग्रामीण के लिए मोटर मार्ग जीवनरेखा है। पिछले दिनों हुई बारिश से उफान में आई शिप्रा नदी ने सड़क को भारी नुकसान पहुंचाया। रातीघाट के समीप सड़क का करीब दो सौ मीटर हिस्सा नदी की भेंट चढ़ गया। सप्ताह भर तक सड़क बंद होने से गांवो में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया। लोनिवि के अधिकारियों ने नौ घंटे की कड़ी मशक्कत के अस्थाई रुप से सड़क तैयार कर आवाजाही शुरु करवाई। महत्वपूर्ण मोटर मार्ग के अस्तित्व पर संकट गहराने से लोनिवि के अफसर सख्ते में आ गए। मोटर मार्ग की महत्वत्ता को देख उसे बचाने को अधिकारियों ने कवायद तेज कर दी है। भूवैज्ञानिक आरसी उपाध्याय की मदद से मोटर मार्ग का भूगर्भीय सर्वे करवाया गया है ताकी समय रहते ठोस उपाय किए जा सकें। भूगर्भीय सर्वे रिपोर्ट मिलने के बाद संबंधित विभाग रातीघाट – जाख – बुधलाकोट मोटर मार्ग पर मंडरा रहे खतरे को टालने को ठोस उपाय करेगा। लोनिवि के सहायक अभियंता प्रकाश चंद्र उप्रेती के अनुसार सर्वे रिपोर्ट उपलब्ध होने के बाद मानकानुसार किए जाने वाले कार्यों का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाएगा।