🔳 पर्यटकों को स्कूटी देने वाले संचालकों के पास नियमानुसार पांच स्कूटी जरुरी
🔳 देहरादून से है एसटीए में रजिस्ट्रेशन तब संचालक पर्यटक को सौंप सकता है स्कूटी
🔳 पहाड़ों में नियमों को ताक पर रख दौड़ रही टैक्सी स्कूटीयों से खड़े हुए गंभीर सवाल
🔳 संचालक मौत की और धकेल रहे या फिर पर्यटक उठा रहे जोखिम
🔳 पुलिस प्रशासन की आंखों में झोंकी जा रही धूल
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]
कुमाऊं की लाइन पर नियमों की धज्जियां उड़ाकर दौड़ रही टैक्सी स्कूटीयों से गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। सवाल खड़े हो रहे हैं की क्या टैक्सी स्कूटीयों का संचालन करने वाले संचालक पर्यटकों की जिंदगी से खिलवाड़ पर आमादा है या फिर पर्यटक खुद ही जोखिम उठा रहे हैं। नियमानुसार पहाड़ी क्षेत्रों में स्कूटी संचालित करने वाले संचालक पर्यटकों के साथ चालक भेजकर ही स्कूटी किराए पर दे सकते हैं। नियमानुसार स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (एसटीए) में रजिस्टर्ड संचालक ही पर्यटक को बगैर चालक स्कूटी सौंप सकता है।
पर्वतीय क्षेत्रों की घुमावदार सड़कों पर छोड़े बड़े वाहन चालकों से नियमों के पालन को पुलिस प्रशासन व परिवहन विभाग विशेष चैकिंग अभियान चलाया है। यातायात नियमों के उल्लघंन पर जुर्माना लगाने के साथ ही वाहन सीज कर दिए जाते हैं। पिछले कुछ समय से पहाड़ की सड़कों पर टैक्सी बाइकों व स्कूटियो की संख्या में काफि बढ़ोतरी हो चुकी है। पुलिस प्रशासन व परिवहन विभाग के अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक स्कूटी सवार लोग नियमों धज्जियां उड़ा घुमावदार सड़कों पर रफ्तार भर रहे हैं। एक स्कूटी पर तीन तीन लोग सवार होकर अफसरों को चुनौती दे रहे हैं। नियमों को देखें तो पहाड़ में आरटीओ कार्यालय से पंजीकरण टैक्सी बाइक संचालक पर्यटक के साथ वैध लाईसेंस धारक चालक को भेज स्कूटी या बाइक किराए पर दे सकते हैं जबकी स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (एसटीए) में रजिस्टर्ड संचालक वैध लाईसेंस धारक पर्यटक को स्कूटी सौंप सकता है। उसमें पर्यटक स्वयं से स्कूटी संचालित कर सकता है। पिछले कुछ समय से नैनीताल, भवाली, कैंची तथा आसपास के क्षेत्रों में टैक्सी स्कूटीयों व बाइकों की अधिकता से सवाल उठ रहे की क्या संचालक पर्यटकों के साथ प्रशिक्षित व वैध लाइसेंस धारक को भेज रहे हैं या मुनाफे के फेर में नियमों की बली दी जा रही है। आरटीओ गुरदेव सिंह के अनुसार आरटीओ में पंजीकृत स्कूटी व बाइक संचालक के पर्यटक के साथ चालक भेजने का प्रावधान है। एसटीए में पंजीकृत संचालक वैध लाइसेंस धारक पर्यटक को टैक्सी बाइक सौंप सकता है।