🔳 घटिया कार्यों को ग्रामीणों ने दिया जनहित से खिलवाड़ करार
🔳 अनगिनत स्थानों पर बुनियाद में गहराई दरारें
🔳 कई स्थानों पर हवा में झूल रहे क्रश बैरियर
🔳 गुणवत्ताविहीन कार्यो पर अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी उठे सवाल
🔳 अधिशासी अभियंता ने कार्यदाई कंपनी को नोटिस भेजने का किया दावा
[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]
ग्रामीण सड़कें सरकारी बजट को ठिकाने लगाने का जरिया बन गई है।ब्लॉक मुख्यालय बेतालघाट समेत दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण रातीघाट – बेतालघाट मोटर मार्ग पर सात करोड़ रुपये की भारी भरकर लागत से सुरक्षित यातायात को लगाए गए क्रश बैरियरों की बुनियाद महज छह महीने के अंतराल में ही दरकने लगी है। भारी भरकम बजट के बावजूद गुणवत्ताविहीन कार्यों से क्षेत्रवासियों ने गहरी नाराजगी जताई है।
गांवों की सड़कों पर सुरक्षित यातायात के लिए राज्य सरकार ने करोड़ों रुपये का बजट स्वीकृत किया है। ब्लॉक मुख्यालय बेतालघाट समेत धनियाकोट, सिमलखा, डोलकोट, हरोली, सोनगांव, बसगांव समेत तमाम गांवों को जोड़ने वाले रातीघाट – बेतालघाट मोटर मार्ग पर करीब सात करोड़ रुपये की भारी भरकम लागत से क्रश बैरियर व पैराफिट निर्माण किया गया। उम्मीद थी कि सुरक्षा के प्रबंध होने से आवाजाही सुरक्षित हो सकेगी पर महज छह महीने में ही निर्माण कार्य दम तोड़ने लगे हैं। जगह-जगह क्रश की बुनियाद दरक चुकी है। कई जगह बुनियाद में गहरे गड्ढे तक हो चुके हैं बावजूद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की कुंभकरणीय नींद नहीं टूट रही। करोड़ों रुपये के भारी भरकम बजट से गुणवत्ताविहीन कार्य होने पर पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने गहरी नाराजगी जताई है। आरोप लगाया कि छह महीने में ही बुनियाद दम तोड़ गई है। ऐसे में सुरक्षित आवाजाही के दावे झूठे हैं। ग्रामीणों ने घटिया कार्य कर जनहित से खिलवाड़ किए जाने का आरोप लगाया है। गुणवत्ताविहीन कार्यों की जांच पर जोर दिया है। लोनिवि के अधिशासी अभियंता हीरा सिंह बिष्ट के अनुसार कार्यदाई कंपनी को नोटिस भेजा जाएगा। कार्यों को दुरुस्त करवाया जाएगा। अनदेखी पर जुर्माना लगाएंगे।