◼️सात वर्ष पूर्व शुरू हुई थी कवायद, आज तक नहीं हुआ निर्माण
◼️ निर्माण होता तो पांच हजार परिवारों को मिलता लाभ
◼️ हाईवे का विकल्प होता तैयार, पर्यटन गतिविधि को भी लगते पंख

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

सात वर्ष का लंबा समय बीत जाने के बावजूद पंगूट – बुधलाकोट मोटर मार्ग का निर्माण नहीं हो सका है। यह हालात तब है जब कई विभाग संयुक्त सर्वे भी कर चुके हैं। ग्रामीणों के अनुसार मोटर मार्ग निर्माण से करीब पांच हजार से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिलेगा। हाईवे का बेहतर विकल्प भी तैयार होगा। ग्रामीणों ने जल्द मोटर मार्ग निर्माण की कवायद तेज करने की मांग उठाई है।
वर्ष 2015- 16 वर्ष बाद में नैनीताल जिला मुख्यालय के समीपवर्ती पंगूट गांव से बेतालघाट ब्लॉक के बुधलाकोट गांव को जोड़ने के लिए कार्य योजना तैयार की गई। मोटर मार्ग निर्माण के लिए तत्कालीन जिलाधिकारी के निर्देश पर कई विभागों के अधिकारियों ने संयुक्त सर्वे कर रिपोर्ट भी उच्चाधिकारियों को भेज दी पर तब से अब तक मोटर मार्ग निर्माण की फाइल ठंडे बस्ते में है जिससे ग्रामीणों में गहरी नाराजगी है। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार मोटर मार्ग निर्माण की मांग भी उठाई जा चुकी है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। ग्रामीणों के अनुसार महज पांच किमी मोटर मार्ग निर्माण होने के घुघुखान, बुधलाकोट, चौरसा, जाख, कफूल्टा, बारगल, गरजोली, रातीघाट समेत तमाम गांव के करीब पांच हजार से ज्यादा परिवारों को मोटर मार्ग का लाभ मिल सकेगा। वहीं अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे का एक बेहतर विकल्प तैयार होने के साथ ही पर्यटन व्यवसाय को भी गति मिल सकेगी पर आज तक मोटर मार्ग निर्माण ना होने से ग्रामीणों को निराशा हाथ लगी है। ग्रामीणों का कहना है कि मोटर मार्ग बन जाने के बाद जिला मुख्यालय नैनीताल की दूरी भी तमाम गांवो से कम हो जाएगी। ग्राम प्रधान ललित चंद्र, देव सिंह बोहरा, हरीश चंद्र बुधलाकोटी, पूरन चंद्र बुधलाकोटी, जीवन चंद्र, बद्री दत्त, देव किशन बुधलाकोटी, नारायण दत्त, गिरीश चंद्र, गोवर्धन मेलकानी आदि ने मोटर मार्ग निर्माण की कवायद तेज किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। चेताया है कि यदि जल्द मोटर मार्ग निर्माण कार्य की कार्यवाही शुरू नहीं की गई तो फिर गांव के लोग आंदोलन को विवश होंगे।